रोजगार सेवक और कनीय अभियंता के बर्खास्तगी के विरोध में मनरेगा कर्मचारी संघ ने दिया धरना, देंगे सामूहिक इस्तीफा
रांची । दो ग्राम रोजगार सेवक और कनीय अभियंता के बर्खास्तगी के विरोध में मनरेगा कर्मचारी संघ ने चन्ह्नों प्रखंड परिसर में प्रखंड में धरना कार्यक्रम आयोजित कर प्रखण्ड विकास पदाधिकारी के माध्यम से उपायुक्त के नाम बिना शर्त सेवा वापसी करने की मांग सह अनुरोध पत्र सौंपा गया.
लगाया ये आरोप
दिनांक 17/10/23 पत्रांक 1226 (ii) को जिला ग्रामीण विकास विभाग द्वारा बर्खास्तगी का पत्र जारी किया गया. एक माह तक तीन बर्खास्त मनरेगा कर्मी को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।
संघ के नेतृत्वकर्ता ने कहा की रांची जिला के सभी मनरेगा कर्मी चान्हो प्रखंड पहुंच कर विरोध किया. जब तक इनकी सेवा वापस नहीं की जाती है तब तक रांची जिला के मनरेगा कर्मी कार्य बहिष्कार करते रहेंगे. जरूरत पड़ी तो सामूहिक त्याग पत्र दिया जाएगा.
मनरेगा कर्मियों ने कहा कि मनरेगा लोकपाल रांची के द्वारा वर्ष 2020-21 में जब पूरा देश महामारी कोरोना से जूझ रहा था. उस वक्त ग्रामीणों को मनरेगा से रोजगार देने का वादा किया गया. चार साल बाद उस योजनाओं की जांच की जाती है. कच्चा काम-मिट्टी काटने का काम चार साल बाद कैसा होगा. आम बागवानी की योजना जब लग रहा था उस समय मनरेगा कर्मी 64 दिन के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे, तो फिर मनरेगा कर्मी पर आरोप कैसा?