राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण और दुष्परिणाम पर आयोजित हुई कार्यशाला
जमशेदपुर सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल के अध्यक्षता में उनके सभागार कक्ष में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के ऊपर अन्य हितधारक एक प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण में सिविल डिफेंस के स्वयं सेवक ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ सिविल सर्जन ने सभी भाग लेने वाले प्रशिक्षु को तंबाकू जनित दुष्परिणामों के प्रति जागरूकता के लिए जानकारी साझा करते हुए किए।
जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ मृत्युंजय धावरिया ने बताया कि अगर कोई व्यक्ति ज्यादा खांस रहा है या उसे बेचैनी महसूस हो रहा है तो टीवी के लक्षण दिखता है। उससे यह पता लगाएं कि तंबाकू सेवन कर रहा हो तो उसे तंबाकू सिशेषण सेंटर भेजें ताकि पहचान कर उसे निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरेपी के द्वारा ठीक किया जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि तंबाकू एवं नशा से उत्पन्न विभिन्न प्रकार समस्याओं ,मानसिक, सामाजिक के ऊपर चर्चा कर अपनी जानकारी साझा किए। वही प्रशिक्षक के रूप में डॉक्टर मोहम्मद असद ने बताया कि कि हर साल 13लाख लोगों की मृत्यु होती है।
जिला परामर्शी मौसमी चटर्जी ने सभी प्रशिक्षुओं को विस्तृत जानकारी साझा कर अपने-अपने क्षेत्रों में काम करने के लिए उत्प्रेरित किये। वही कार्यक्रम के कुंदन कुमार ने बताया की तंबाकू की लत से बच्चों को दूर रहने के लिए विभिन्न प्रकार के जानकारी वीडियो के माध्यम से साझा किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य रेलवे यात्री या कर्मचारियों को सिविल डिफेंस के माध्यम जागरूक करना।