हे भगवान! शिक्षक पति ने अस्पताल की बेड से पत्नी की मांग भरकर दी अंतिम विदाई, सड़क हादसे में हुए थे दोनों घायल, पत्नी का किया बॉडी डोनेट

Oh God! Teacher husband bids farewell to his wife from the hospital bed, both of them were injured in a road accident, donated his wife's body.

Regional News: शिक्षक पति ने कुछ ऐसा किया, कि देखकर हर किसी की आंखें भर आयी। भाई दूज के दिन सड़क हादसे में शिक्षक और उनकी पत्नी गंभीर रुप से घायल हो गये थे। दोनों को एक ही अस्पताल में अगल-बगल के बेड में भर्ती कराया गया। पत्नी को इलाज के दौरान ब्रेन डेड डाक्टरों ने घोषित कर दिया, जिसके बाद शिक्षक ने अपनी पत्नी के अंगदान का फैसला लिया। महिला की आंखें और किडनी डोनेट की गयी। वहीं पास के बेड से सोये-सोये पति ने पत्नी की मांग भरकर आखिरी विदाई दी। नजारा देख हर किसी की आंखें भर आयी।

पूरा मामला इंदौर का है। जहां महिला के ब्रेन डेड होने के बाद उसकी दोनों किडनी और आंखें दान की गईं। इंदौर में दो ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए। दोनों किडनी अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती मरीजों को ट्रांसप्लांट की गईं। दरअसल पति-पत्नी भाई दूज पर एक हादसे में घायल हो गए थे और हॉस्पिटल में पास-पास ही एडमिट थे। पति ने ब्रेन डेड पत्नी की किडनी और आंखें डोनेट करने की इच्छा जताई।

साथ ही हॉस्पिटल में ही उसकी मांग पर सिंदूर भरकर आखिरी विदाई दी। यह दृश्य देखकर हर किसी की आंखें डबडबा गईं। जिस महिला के अंगदान किए गए, उनका नाम मनीषा है। उनके पति भूपेंद्र राठौर शिक्षक हैं और मध्यप्रदेश के ही शाजापुर के रहने वाले है। 3 नवंबर को भाई दूज के दिन वे अपने पति के साथ इंदौर में रहने वाली ननद के यहां आईं थी।

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लौटते समय मक्सी रोड पर हुए हादसे में मनीषा गंभीर रूप से घायल हो गई थीं, जिसके बाद उन्हें सीएचएल अस्पताल में भर्ती किया गया।यहां हालत बिगड़ती गई और 6 नवंबर को उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। इसके बाद डॉक्टरों की टीम ने 7 नवंबर को उन्हें विधिवत ब्रेन डेड घोषित किया। इस मामले में 72 घंटे की कोशिश के बाद यह अंगदान हो पाया।

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