OMG ! ट्रेनों की हालत खराब, सीट तो छोड़िये टॉयलेट तक में भरे से 8 से 10 लोग, एक-एक बोगी में 600-700 लोग, रेलवे को जारी करना पड़ा ये फरमान..
OMG! The condition of the trains is bad, forget the seats, even the toilet is filled with 8 to 10 people, each bogie has 600-700 people, Railways had to issue this order..
Indian Railway News : रेलवे भले ही लाख दावे कर रहा हो कि छठ पूजा को लेकर ट्रेनों की पर्याप्त व्यवस्था है, लेकिन हकीकत में इसकी पोल उत्तर भारत से लौट रही ट्रेनों की तस्वीर से खुल रही है। ट्रेनों में भीड़ इतनी है कि लोक एक दूसरे के उपर बैठने को विवश है। टॉयलेट तक में लोगों ने कब्जा कर लिया है। एक एक बोगी मं 700-800 लोग सवार हो रहे हैं। भारी संख्या में भीड़ को देखते हुए रेलवे की ओर से एक नया फैसला लिया गया है। लाखों यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण खबर है।
छठ पूजा के बाद पटना जैसे रेलवे स्टेशन पर बहुत ज्यादा भीड़ जमा होती है। लाखों लोग छठ मनाकर वापसी ट्रेन से करते हैं। उन्हें स्टेशन पर छोड़ने के लिए परिजन भी आते हैं। ऐसे में अफरा- तफरी की स्थिति बनी रहती है। इस पर लगाम लगाने के लिए दानापुर डिवीजन ने विशेष कदम उठाया है। दानापुर डिवीजन और पूर्व मध्य रेलवे ने एक फैसला लेते हुए 11 नवंबर तक प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री पर रोक लगा दिया है।
इसका सीधा अर्थ है कि इस अवधि में कोई भी अनावश्यक भीड़ स्टेशन पर नहीं दिखनी चाहिए। इसके अलावा बिना टिकट के कोई भी यात्री पटना प्लेटफॉर्म पर इंटर नहीं करेगा। इसके साथ ही बिना टिकट वाले परिजनों को स्टेशन के बाहर ही रोक दिया जाएगा। पटना में प्लेटफार्म को पूरी तरह यात्री के हवाले किया जाएगा। उसमें उनके परिजन शामिल नहीं रहेंगे। रेलवे का लक्ष्य बेवजह की भीड़ को स्टेशन पर एंट्री करने से रोकना है।
पर्व मनाने के बाद अब काम पर लौटने के लिए मारामारी हो रही है। पर्व के बाद दिल्ली, मुंबई, हरियाणा, अहमदाबाद, बेंगलुरु सहित अन्य शहरों में लौटने वाले यात्रियों से स्टेशन भरा हुआ है। वापस लौट रहे अधिकतर लोग मजदूर वर्ग से हैं। ऐसे में जनरल बोगी में ज्यादा भीड़ हो रही है। भीड़ को देखते हुए आरपीएफ, जीआरपी के पदाधिकारी स्टेशन पर मौजूद रहे। आरपीएफ इंस्पेक्टर माइक के जरिए भीड़ को नियंत्रित करते दिखे। फुट ओवर ब्रिज और प्लेटफॉर्म पर भी काफी भीड़ दिखी।
सबसे ज्यादा परेशानी जनरल श्रेणी में सफर करने वाले यात्रियों को हो रही है। बोगी में सीट नहीं मिलने पर कई लोग बाथरूम में चादर बिछाकर परिवार के साथ बैठ गए। कई यात्री खड़े-खड़े तो कोई लटक कर सफर कर रहा है। एक यात्री ने बताया कि वह शौचालय के दरवाजे पर बैठकर यात्रा कर रहा है और शौचालय जाम होने के कारण उसे सांस लेने में खासी परेशानी हो रही है। जनरल बोगी में यात्रा करने वालो की संख्या काफी ज्यादा थी।
सफर के दौरान यात्रियों को सुरक्षा और सफाई से समझौता करना पड़ रहा है। लंबे सफर पर निकले यात्री दरवाजे पर ही खाने-पीने का सामान लेकर खा रहे हैं। रेलवे पुलिस के बार-बार सुरक्षित तरीके से ट्रेन में चढ़ने के निर्देश के बाद भी लोग किसी तरह ट्रेन में चढ़ने की जद्दोजहद करते दिखे। यात्रियों को चढ़ाने के लिए स्काउट एंड गाइड टीम को भी बुलाया गया। सबसे अधिक भीड़ गोंदिया और आनंद बिहार जाने वाली स्पेशल ट्रेन में रही। ट्रेन आते ही यात्री टूट पड़े। वैशाली और गोंदिया एक्सप्रेस के शौचालय के अंदर तक यात्री भरे हुए थे। जगह नही मिलने पर यात्री फर्श पर बैठकर गए।