दर्दनाक : डॉक्टर-इंजीनियर बनने गये तीन छात्रों की घर लौटी लाश.... तीन छात्रों ने लगाया मौत को गले... पढ़िये पूरा मामला
राजस्थान: कोटा में 3 कोचिंग स्टूडेंटों ने एक ही दिन में सुसाइड करने से हड़कंप मच गया है। रविवार रात एक कोचिंग में स्टूडेंट के सुसाइड के बाद शव का पोस्टमार्टम ही हुआ था कि दो और कोचिंग स्टूडेंट सुसाइड की खबर आ गई ।एक ही दिन में 3 बच्चों की सुसाइड सभी को विचलित कर गई। दो स्टूडेंट तो एक ही हॉस्टल में रहते थे और दोनों का कमरा भी पास ही था। दोनों 7 महीने से तलवंडी के एक हॉस्टल में रह रहे थे जबकि तीसरा स्टूडेंट कुन्हाड़ी इलाके में रहता था।
जानकारी के अनुसार बिहार के सुपौल निवासी अंकुश यादव और गया निवासी उज्जवल तलवंडी इलाके में रहकर कोचिंग कर रहे थे। दोनों ही 17 साल के थे। अंकुश नीट और उज्जवल आईआईटी की तैयारी कर रहा था जबकि तीसरा स्टूडेंट भी नीट की तैयारी कर रहा था। अंकुश और उज्जवल राधा कृष्ण मंदिर के पास एक ही हॉस्पिटल में रहते थे। दोनों स्टूडेंट के शवों को पुलिस ने फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।
अंकुश का दोस्त प्रिंस भी उसी इलाके में हॉस्टल में रहता था। वह खाना खाने एक साथ जाते थे। उन्होंने कहा कि सुबह 11 बजे अंकुश को कई बार फोन किया था। उसने फोन नहीं उठाया तो प्रिंस अपने एक दोस्त को लेकर अंकुश के हॉस्टल पहुंचा तो देखा गेट अंदर से बंद है। खिड़की से झांककर देखा तो अंकुश पंखे कैसे लटका हुआ है। अपने पास के रूम में रहने वाले स्टूडेंट को बताया और फिर हॉस्टल संचालक को सूचना दी। हॉस्टल संचालक की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और लॉक तोड़कर उसे नीचे उतारा और अस्पताल पहुंचाया। प्रिंस ने बताया कि अंकुश 15 दिन पहले ही कोटा आया था क्योंकि उसका दीपावली के पहले एक्सीडेंट हो गया था। वह रोज शाम को अपने घर बात करता था। सिमराही में उसका ननिहाल है। वही उसकी गर्लफ्रेंड रहती है। जिससे वह अक्सर बात किया करता था। उसकी मौत के बाद परिवार वाले सकते में आ गए हैं।
इकलौता बेटा था अंकुश
अंकुश के पिता संजीव कुमार ने बताया कि वो शुरू से ही पढ़ने में बहुत मेधावी था। उसकी प्रारंभिक शिक्षा अररिया जिला के बथनाहा स्थित एक निजी स्कूल में हुई थी। इसके बाद चौथी से सातवीं तक की पढ़ाई विद्या बिहार पूर्णिया जिले में पूरी की।
इसके बाद आगे की पढ़ाई राजस्थान के कोटा में रह कर रहा था। अंकुश को दसवीं की परीक्षा में 90 प्रतिशत से ज्यादा अंक मिला था और वो आगे नीट की तैयारी में जुटा था। वह हमारा इकलौता बेटा था। इसलिए उसे रुपए पैसे की भी कोई तंगी नहीं थी।
अंकुश का शव पुलिस नीचे उतार ही रही थी कि एक लड़की आई और अपने भाई के कमरे का दरवाजा खटखटाया तो लड़के ने दरवाजा नहीं खोला। पुलिस ने दरवाजे का लॉक तोड़कर खोला तो उज्जवल भी पंखे पर लटका मिला। उज्जवल की बहन भी कोटा में रहकर कोचिन कर रही है। वह भी तलवंडी इलाके में हॉस्टल में रहती थी। दो डेड बॉडी देख पुलिस अधीक्षक को सूचना दी गई। शहर पुलिस अधीक्षक केशव सिंह शेखावत भी मौके पर पहुंचे।
एसपी केसर सिंह ने बताया कि सूचना मिली थी कि तलवंडी इलाके में कृष्ण कुंज पीजी हॉस्टल में स्टूडेंट सुसाइड कर लिया है, मौके पर पहुंचे तो दो स्टूडेंट के सुसाइड करने की घटना सामने आई। कोटा शहर में इस तरह की घटनाएं होना बहुत ही दुखद है। दोनों छात्रों ने सुसाइड क्यों किया यह जांच का विषय है।
कोटा के कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र में एक कोचिंग स्टूडेंट ने रविवार रात जहर खाकर सुसाइड कर लिया था। प्रणव वर्मा एमपी के शिवपुरी का निवासी था। वह कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था। पुलिस के अनुसार मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजनों ने भी कुछ बोलने से इंकार कर दिया ।उसका शव नीचे मिला था। जिसकी सूचना दूसरे स्टूडेंट ने हॉस्टल संचालक को दी थी। उसे अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टर ने प्रणव को मृत घोषित कर दिया। प्रणव की बात परिवार वालों के साथ रात को ही हुई थी।