झारखंड: अधिकारी को मारी गोली, दफ्तर जाने के दौरान अपराधियों ने दिया वारदात को अंजाम, 6 लोग हिरासत में
Case of murder of NTPC officer in Hazaribagh...Police started investigation...6 people in custody

हजारीबाग: एनटीपीसी के डीजीएम जान कुमार गौरव की हत्या के बाद पुलिस प्रशासन में हलचल तेज हो गई है। शनिवार को कटकमदाग थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी। अब तक की जांच में सामने आया है कि अपराधी गोली मारकर बाइक से पूंदरी जंगल की ओर भागे थे। पुलिस ने फतहा पुंदरी और आसपास के जंगलों में छापेमारी अभियान चलाया है।
एसपी अरविंद कुमार सिंह ने इस हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) का गठन किया है। एसआईटी की अगुवाई बड़कागांव एसडीपीओ पवन कुमार कर रहे हैं। इसमें कटकमदाग, केरेडारी और बड़कागांव थाना प्रभारी समेत तकनीकी शाखा के कई अधिकारी शामिल हैं। इसी बीच, पुलिस ने अलग-अलग ठिकानों से 6 लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ जारी है। फिलहाल, पुलिस ने संदिग्धों के नाम उजागर नहीं किए हैं।
एनटीपीसी और आउटसोर्स कंपनियां निशाने पर
एनटीपीसी और उसकी आउटसोर्स कंपनियों से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों पर हमलों की यह चौथी घटना है। हालांकि, एनटीपीसी के इतने बड़े अधिकारी पर हमला पहली बार हुआ है। इससे पहले, आउटसोर्स कंपनियों के 2 वरिष्ठ अधिकारियों और एक इंजीनियर की हत्या हो चुकी है। एनटीपीसी के अधिकारियों के अनुसार, जान कुमार गौरव को किसी तरह की धमकी नहीं मिली थी और उनका किसी से कोई विवाद भी नहीं था। इससे आशंका जताई जा रही है कि हो सकता है किसी और को टारगेट किया गया था, लेकिन जान कुमार गौरव मारे गए।
इस हत्याकांड के बाद पूरे राज्य में हड़कंप मच गया है। बोकारो रेंज के आईजी एस माइकल राज हजारीबाग पहुंचे और घटनास्थल सहित कई संदिग्ध ठिकानों पर जांच की। उन्होंने कहा कि पुलिस एनटीपीसी के कर्मचारियों और अधिकारियों को सुरक्षा देने के मुद्दे पर भी विचार कर रही है। पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेकर जांच में जुटी है।