“थाना प्रभारी व सरयू राय ने मिलकर हटाया FIR से नाम”, सरयू राय पर गंभीर आरोप, DGP से शिकायत करने की तैयारी
जमशेदपुर। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सरयू राय पर कोरोना प्रोत्साहन राशि मामले में रांची के डोरंडा थाने में दर्ज प्राथमिकी में षड्यंत्र कर अपना नाम हटवाने का आरोप लगाया गया है। स्वास्थ्य मंत्री के प्रतिनिधि के रूप में उनके आप्त सचिव ओमप्रकाश सिंह ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर यह आरोप लगाया। यह प्रेस कांफ्रेंस स्वयं मंत्री करनेवाले थे, लेकिन वे समय पर अपने आवास पर नहीं पहुंच सके।
ओमप्रकाश सिंह ने आरोप लगाया कि विधायक सरयू राय और डोरंडा थाना प्रभारी की मिलीभगत से दर्ज प्राथमिकी से अभियुक्त का नाम ह्वाइटनर से हटा दिया गया। किसी अन्य कर्मचारी के नाम का जिक्र किया गया है। ओमप्रकाश ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए डीजीपी और पुलिस के वरिष्ठ पदाधिकारियों से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के आप्त सचिव ओम प्रकाश सिंह ने कहा सरयू राय के खिलाफ डोरंडा थाने में निजी दस्तावेज चुराने का आरोप दर्ज किया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि सरयू राय यह बता रहे हैं कि उन पर चल रहे मामले को चाईबासा कोर्ट ने खारिज कर दिया लेकिन यह नहीं बता रहे हैं कि उन पर किस मामले में वारंट हुआ है।
इस मामले में डीजीपी से शिकायत की बात भी कही गयी है। स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग से गलत ढंग से दस्तावेज लेने तथा इससे ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट का उल्लंघन होने के मामले में डोरंडा थाने में सरयू राय के विरुद्ध दर्ज प्राथमिकी में छेड़छाड़ की गई।
इसमें अभियुक्त के रूप में व्हाइटनर लगाकर सरयू राय का नाम हटाकर उसपर अन्य कर्मी लिखा गया। उनके अनुसार, बाद में स्वयं अनुसंधान अधिकारी ने कोर्ट में आवेदन देकर सरयू राय का नाम जोड़ने का अनुरोध किया।