JSSC की परीक्षा रद्द होने पर राजनीति गरमायी, नेता प्रतिपक्ष ने पूछा, क्यों परीक्षा लेने से एजेंसी ने किया इनकार? क्या कमीशन लेकर दिया गया था काम ? जांच होनी चाहिये
रांची। JSSC की कार्यशैली पर अब राजनीति भी गरमा गयी है। शुक्रवार को इस मामले में युवाओं ने प्रदर्शन भी किया था। सीजीएल परीक्षा की तारीख में बदलाव को लेकर अब नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने भी नाराजगी जतायी है। नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने इस मामले में सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने पूछा ही कि जिस एजेंसी ने परीक्षा कराने से इंकार कर दिया है, उस पर क्या कार्रवाई की गयी है। क्या उसे ब्लैक लिस्टेड किया जायेगा। ये स्पष्ट किया जाना चाहिये।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार JSSC-JPSC के नाम पर छात्रों से हितों से खिलवाड़ कर रही है। जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा 17 दिसंबर को करने वाला था, लेकिन परीक्षा के कुछ दिन पहले ही उसे रद्द कर दिया गया। ऐसा आखिर क्यों किया गया। अब जब इस मुद्दे को भाजपा उठा रही है तो आनन फानन में आनन फानन में 21 जनवरी और 28 जनवरी 2024 को परीक्षा कराने की बात कही गई है।
जिस तारीख को तय किया गया है, उसमें इस बात का ख्याल नहीं रखा गया कि सीजीएल की परीक्षा की तारीख जेपीएससी की तय तारीख से टकरा रही है। छात्र आखिर कैसे परीक्षा देंगे। अगर छात्र को दोनों परीक्षा देनी है, तो वो दे ही नहीं सकेगा। उन्होंने कहा कि झारखंड के अंदर भ्रष्टाचार चरम पर है, ऐसे में इसकी भी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए कि क्या कट मनी लेकर परीक्षा लेने वाली एजेंसी का चयन किया गया.