रांची : 15 दिनों के भीतर कांके थानेदार पर करें FIR, आयोग ने उपायुक्त को दिया निर्देश
रांची । विधायक समरी लाल की पत्नी अनिता देवी की शिकायत पर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग ने रांची डीसी को पत्र लिखकर मामले पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. मामले पर संज्ञान लेते हुए आयोग ने रांची डीसी को पत्र लिखकर प्राथमिकी दर्ज करने को कहा है. साथ ही कार्रवाई कर 15 दिनों के अंदर रिपोर्ट आयोग को भेजने को कहा है.
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग दिल्ली के अनुसंधान अधिकारी अनिल प्रकाश गौतम की ओर से रांची डीसी को लिखे पत्र में विधायक समरी लाल की पत्नी के आवेदन का हवाला दिया गया है। आयोग ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि अगर 15 दिनों के अंदर जवाब नहीं मिला, तो संविधान के अनुच्छेद-338 के तहत प्रदत्त सिविल न्यायालयों की शक्तियों का प्रयोग किया जाएगा और व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए सम्मन जारी किया जाएगा.
क्या है मामला
कांके विधायक समरी लाल की पत्नी अनिता देवी ने कांके थाना प्रभारी आभास कुमार के विरुद्ध राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) को 14 मई को पत्र भेजकर शिकायत की थी. अनिता ने पत्र में लिखा कि वह अनुसूचित जाति से आती हैं. राजस्थान के झुंझुनू के बकतारपुरा उप स्वास्थ्य केंद्र में सफाईकर्मी हैं. 10 मई को वह स्वास्थ्य केंद्र पर ही थीं, तभी कांके थाना प्रभारी आभास कुमार वहां पहुंचे.
पूछताछ के नाम पर उन्होंने जाति सूचक शब्दों का सार्वजनिक प्रयोग कर अपमानित किया एवम दबाव बनाया कि मैं यह स्वीकार करूं कि समरीलाल राजस्थान से आते हैं. पत्र में उन्होंने कहा, कांके थाना प्रभारी सादे कागज पर जबरन हस्ताक्षर करवाना चाहते थे. विधायक की पत्नी ने आयोग को बताया कि पूछताछ के दौरान एक भी महिला कांस्टेबल नहीं थी. जबरन उनका आधार कार्ड ले लिया गया. कांके थाना प्रभारी ने फोन पर धमकी भी दी कि अगर मैं सच नहीं बताऊंगी तो वो मुझे गिरफ्तार कर लेंगे. मालूम हो कि कांके पुलिस विधायक समरी लाल के जाति प्रमाण पत्र की जांच कर रही है.