हार्ट अटैक के इस लक्षण को पहचानिये, बच जायेगी जान, अटैक आने के बाद तुरंत करें ये काम
नयी दिल्ली। देश-दुनिया में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। आम लोगों से लेकर सेलिब्रिटीज तक हार्ट अटैक की वजह से जान गंवा रहे हैं। पिछले कई सालों में यह खतरनाक ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। गलत लाइफस्टाइल, अनहेल्दी खान-पान, स्मोकिंग और एल्कोहल की वजह से हार्ट अटैक की घटनाओं में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। इससे बचाव करना बेहद जरूरी हो गया है।
दिल का दौरा एक खतरनाक कंडीशन है, जिसमें अधिकतर लोग जान गंवा देते हैं, हालांकि हार्ट अटैक के बाद अगर मरीज को तुरंत मेडिकल सहायता मिल जाए, तो उसकी जान बचाई जा सकती है। कार्डियोलॉजिस्ट से जानेंगे कि हार्ट अटैक के बाद लोगों को क्या करना चाहिए और किस तरह जान बचाई जा सकती है।
दिल का दौरा पड़ने का संकेत होने के बावजूद यदि इलाज नहीं दिया गया है तो इसके परिणाम बेहद गंभीर हो सकते हैं. हार्ट अटैक का अंदेशा होने पर तुरंत चिकित्सीय सलाह लेना जरूरी होता है. यदि किसी को हार्ट अटैक के लक्षण 15 मिनट से अधिक देर तक दिखाई देते हैं तो हृदय मांसपेशियों की कोशिकाओं (heart’s muscle cells) को नुकसान पहुंचने का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है. हार्ट अटैक के लक्षणों की शुरूआत से लेकर गंभीर क्षति पहुंचने से पहले तक पीड़ित व्यक्ति के पास 90 मिनट से भी कम समय होता है.
अटैक को पहचानने और तुरंत चिकित्सा दिलवाने के लिए इसके लक्षणों को जानना जरूरी है. ये तो अधिकत्तर लोग जानते हैं कि छाती में दर्द होना हार्ट अटैक पड़ने का सबसे सामान्य लक्षण है, लेकिन अलग-अलग उम्र और लिंग के लोगों को दिल के दौरे के अलग-अलग लक्षणों का भी अनुभव हो सकता है. हार्ट द सेंटर फॉर डिजीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के मुताबिक, हार्ट अटैक के कुछ सामान्य लक्षण हैं. जैसे –
• सीने में दर्द, दबाव या जकड़न
• सांस लेने में दिक्कत होना या सांसों में कमी आना
• शरीर के ऊपरी हिस्से में दर्द महसूस होना
• कंधे, हाथ, पीठ, गर्दन, जबड़े, दांत या कभी-कभी पेट में भी दर्द या बेचैनी महसूस होना
• वीकनेस लगना, चक्कर या बेहोशी आना ठंडे पसीने आना
हार्ट अटैक के बाद फर्स्ट-ऐड
हार्ट अटैक आमतौर पर 15 मिनट से अधिक समय तक सीने में दर्द का कारण बनता है. कुछ लोगों को हार्ट अटैक अचानक पड़ता है, लेकिन कई लोगों में चेतावनी के संकेत घंटों या कई दिन पहले ही दिखाई देने लगते हैं.
• अगर आपको या किसी और को हार्ट अटैक हुआ है तो तुरंत एंबुलेंस के लिए 102 पर कॉल करें या अपने स्थानीय आपातकालीन नंबर पर कॉल करें.
• एम्बुलेंस या आपातकालीन सेवा आने में समय लग रहा है तो मरीज को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाकर प्राथमिक चिकित्सा दिलवाएं. यदि आप घर पर अकेले हैं तो पड़ोसी की मदद लेकर अस्पताल जाएं.
• आपातकालीन सहायता का इंतजार करने के दौरान एस्पिरिन को तुरंत लें. एस्पिरिन दिल की क्षति कम करने में मदद करती है और रक्त के थक्के जमने से रोकने में भी सहायक होती है. एस्पिरिन से एलर्जी है या आपको इस दवा को लेने की मनाही है तो इसका सेवन बिल्कुिल ना करें.
• आपकालीन में सभी निर्देशों का पालन करते हुए नाइट्रोग्लिसरीन भी ले सकते हैं.
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