SDM बनाता था अप्राकृतिक संबंध: अनुबंधित स्वास्थ्यकर्मी का बंदूक की नोंक पर एसडीएम ने किया यौन शोषण, कर्मचारी की शिकायत पर गिरफ्तार
SDM used to have unnatural relations: SDM sexually assaulted a contracted health worker at gunpoint, arrested on employee's complaint
SDM Arrest: एसडीएम को एक कर्मचारी के साथ आप्रकृतिक संबंध बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ था। एसडीएम ने छह महीने तक स्वास्थ्यकर्मी का यौन शोषण किया। मामला हरियाणा के हिसार के अंतर्गत फतेहाबाद का है। जहां एक पुरुष कर्मचारी के साथ यौन संबंध बनाने के मामले में एचसीएस हांसी एसडीएम कुलभूषण बंसल की मुश्किलें बढ़ गयी है। हांसी के उपमंडल मजिस्ट्रेट के पद पर कार्यरत अधिकारी को निलंबित कर दिया गया।
उन्हें पुरुष कर्मचारी के यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके खिलाफ हिसार पुलिस ने वीरवार रात को यौन शोषण समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। इससे पहले एसडीएम को वीरवार शाम को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए थे। पीड़ित कर्मी की तरफ से इस मामले में सीएम विंडो से लेकर एससी आयोग, डीजीपी व अन्य अधिकारियों को शिकायत भेजी थी।
हिसार के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार मोहन ने कहा कि बंसल को गिरफ्तार कर एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। बंसल की गिरफ्तारी हरियाणा के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग में तैनात एक वंचित वर्ग के कर्मचारी द्वारा उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बाद हुई।बंसल पर भारतीय दंड संहिता की धारा 377 (अप्राकृतिक अपराध) और 506 (आपराधिक धमकी) तथा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
अधिकारी ने उसे अनुबंध पर चपरासी के रूप में काम पर रखा था। पीड़ित ने बताया, ‘SDM उसे अपने आधिकारिक आवास पर मालिश के लिए बुलाता था।जब वह गलत काम करने लगा, तो मैंने कई बार मना किया, लेकिन वह पिस्तौल लेकर आता था और मुझे नौकरी से निकालने की धमकी देता था। बाद में, मैंने सबूत के तौर पर इस शोषण का वीडियो बनाया। मैंने वहां जाना बंद कर दिया। जिसके बाद मैंने या तो मर जाने या उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने का फैसला किया। उसने बताया कि मैं हार्ट पेशेंट हूं।
मीडिया के सामने पीड़ित ने बताया कि आरोपित हिसार के सरकारी आवास में परिवार समेत रहता है। उसे वो मसाज कराने के बहाने ड्राइवर रूम में लेकर जाता। उसे कभी छुट्टी नहीं दी। पीड़ित के अनुसार उसका बच्चा बीमार था तब भी उसे बुलाया। पीड़ित इस समय हरियाणा कौशल रोजगार निगम में कार्यरत है।