हेमंत सोरेन के खिलाफ चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी की सुरक्षा बढ़ी, CRPF ने अपने सुरक्षा घेरे में लिया, जानिये क्या है वजह
Security of BJP candidate contesting against Hemant Soren increased, CRPF took him under its security cover, know the reason
साहिबगंज। चुनाव के ठीक पहले भाजपा प्रत्याशी की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। CRPF ने उन्हें अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया है। बरहेट से हेमंत सोरेन के खिलाफ चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी गमालियल हेम्ब्रम अब सीआरपीएफ की सुरक्षा में रहेंगे। जवानों ने सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल ली। इससे पूर्व जिला प्रशासन की ओर से एक सेक्शन झारखंड पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए उपलब्ध कराई गई थी।
आपको बता दें कि भाजपा प्रत्याशी गमालियल तीन दिन पूर्व चुनाव आयोग को पत्र लिखकर अपनी जान पर खतरे की आशंका जताते हुए सुरक्षा की मांग की थी। उनका कहना था कि कई बार अनुरोध के बाद भी उन्हें पर्याप्त संख्या में सुरक्षा कर्मी नहीं उपलब्ध कराया जा रहा है।
जिसके बाद अब जिला प्रशासन की ओर से झारखंड पुलिस उपलब्ध कराया गया। केंद्र सरकार की ओर से मंगलवार को सीआरपीएफ की सुरक्षा उपलब्ध कराई गई। गौरतलब हो कि गमालियल हेम्ब्रम राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि झामुमो कार्यकर्ता उन्हें एवं उनके परिवार को डरा-धमका रहे हैं। अन्य प्रत्याशियों की तरह उन्हें भी मात्र दो अंगरक्षक उपलब्ध कराया गया है जो पर्याप्त नहीं है।
पारा टीचर की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए गमालियल हेम्ब्रम
गमालियल हेम्ब्रम. 5 साल पहले पारा टीचर की नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखा था। उनकी पत्नी भी जनप्रतिनिधि हैं। गमालियल हेम्ब्रम को खेल से गहरा लगाव है। क्षेत्र में बड़े पैमाने पर फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन करने के लिए जाने जाते हैं।गमालियल हेम्ब्रम जिस टूर्नामेंट का आयोजन करते हैं, उसमें देश-विदेश के खिलाड़ी शामिल होते हैं।
वर्ष 2019 में हेमंत सोरेन के खिलाफ विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। वो आजसू से चुनाव लड़े थे। चुनाव लड़ने के लिए गमालियल हेम्ब्रम ने वर्ष 2019 में पारा शिक्षक की नौकरी से इस्तीफा दे दिया था. महज 25 साल की उम्र में उन्होंने बरहेट (एसटी) विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था. उस वक्त हेमंत सोरेन इस सीट से चुनाव लड़ रहे थे. भाजपा ने सिमोन मालतो को मैदान में उतारा था।