35 डाक्टरों पर देशद्रोह का आरोप: सिविल सर्जन ने 48 घंटे के भीतर जवाब किया तलब, पूछा, क्यों ना की जाये, आपलोगों के खिलाफ कार्रवाई ?

मधेपुरा। बिहार में 35 डाक्टरों पर देशद्रोह का आरोप लगा है। सिविल सर्जन ने नोटिस जारी कर सभी चिकित्सकों से पूछा है कि क्यों ना आपके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। मामला मधेपुरा का है, जहां 26 जनवरी के दिन 37 डाक्टरों में से 35 शिक्षकों की अनुपस्थिति पर सिविल सर्जन ने एक्शन लिया है। सिविल सर्जन डाक्टर मिथिलेश कुमार ने इस संदभ में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में 37 में से 2डाक्टर की उपस्थित हुए थे। बाकी के 35 डाक्टर गायब थे, जिसे लेकर सिविल सर्जन ने एक्शन लिया है। सिविल सर्जन ने कहा है कि चिकित्सकों की अनुपस्थिति दर्शाती है कि राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया है। यह देशद्रोह की श्रेणी में आता है। पहले से निर्धारित राष्ट्रीय ध्वजारोहण कार्यक्रम में उपस्थित नहीं होना, तिरंगे को सलामी नहीं देना यह गंभीर चिंता का विषय है।

सिविल सर्जन ने 2 दिन के अंदर सदर अस्पताल उपाधीक्षक को जवाब देने को कहा है। इधर डॉक्टरों की दलील है कि जवाब उचित फोरम पर देंगे। वहीं कुछ डॉक्टर ने कहा कि 26 जनवरी को ठंड ज्यादा थी, इसलिए नहीं आ सके। साथ ही हमें पहले से कोई नोटिस नहीं दिया गया था कि आना जरूरी है। सिविल सर्जन डॉ. मिथिलेश ठाकुर ने बताया कि इस काम को देशद्रोह की श्रेणी में बताने का मकसद तिरंगा के अपमान से जुड़ा हुआ है।

राष्ट्रीय पर्व के साथ-साथ इमरजेंसी व अन्य ड्यूटी में चिकित्सकों का नहीं रहना भी गंभीर मामला है। इसकी प्रतिलिपि जिलाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के आरडीडी, अपर मुख्य सचिव को भेजा गया है। माना जा रहा है कि नोटिस का जवाब संतुष्टि लायक नहीं होने पर कार्रवाई की अनुशंसा सिविल सर्जन की तरफ से की जा सकती है।

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