सुभाष मुंडा हत्याकांड : हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता छोटू विरोध प्रदर्शन में भी था शामिल
रांची । माकपा नेता सुभाष मुंडा हत्याकांड की जांच जैसे जैसे आगे बढ़ रही है वैसे वैसे घटना से पर्दा भी उठनी शुरू हो गई है।मालूम हो की 26 जुलाई को माकपा नेता सुभाष मुंडा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता छोटू खलको घटना के बाद हुए ग्रामीणों के साथ विरोध प्रदर्शन में भी शामिल था.
छोटू इस हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता था और सुभाष मुंडा की हत्या के अगले दिन नगड़ी थाना क्षेत्र स्थित दलादली चौक पर विरोध- प्रदर्शन में शामिल था. बताया जा रहा है की चार घंटे तक मुख्य साजिशकर्ता विरोध प्रदर्शन स्थल पर मौजूद रहा. रांची पुलिस मास्टरमाइंड छोटू खलखो को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
पुलिस को जांच के दौरान जानकारी मिली कि करोड़ों रुपये की कीमत की करीब 119 डिसमिल जमीन को लेकर छोटू खलखो का सुभाष मुंडा के साथ विवाद चल रहा था. यह विवाद सिर्फ नगड़ी की जमीन को लेकर नहीं, बल्कि कुछ अन्य स्थानों की जमीन को लेकर भी था. जमीन के कारोबार में वर्चस्व जमाने के लिए छोटू खलखो, सुभाष को अपने रास्ते से हटाना चाहता था. इसी कारण उसने शूटरों को सुपारी देकर हत्या की योजना बनायी और उसे अंजाम दिलाया.
बता दें कि सुभाष मुंडा आदिवासी नेता थे. सीपीआई (एम) के राज्य कमेटी के सदस्य थे. माकपा के टिकट पर वर्ष 2019 में झारखंड विधानसभा का चुनाव लड़ा था. हटिया विधानसभा क्षेत्र में उन्हें करीब 14000 वोट मिले थे.
अपराधियों ने सुभाष मुंडा के नगड़ी थाना क्षेत्र के दलादली चौक स्थित कार्यालय में घुसकर पर गोली चलायी. सुभाष मुंडा को अपराधियों ने सात गोली मारी थी. गंभीर हालत में सुभाष मुंडा को रांची रिंकी हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था.