फ्लाइट लेफ्टिनेंट का संदिग्ध परिस्थिति में मिला शव, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल, तीन साल पहले हुई थी शादी
Regional news: फ्लाइट लेफ्टिनेंट दीनदयाल प्रसाद ने जान दे दी है। हालांकि जिस परिस्थिति में शव मिला है, उसने कई तरह की शंकाएं बढ़ा दी है। सिर्फ 32 वर्ष के दीनदयाल प्रसाद का शव मंगलवार की सुबह आगरा के वायु सेना स्टेशन स्थित उनके आवास पर फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला है।
जानकारी के मुताबिक उनके आवास का दरवाजा अंदर से बंद था, जिसे तोड़कर शव को बाहर निकाला गया। दीनदयाल नालंदा जिले के मुरौरा गांव के रहने वाले थे।
जानकारी के मुताबिक दीनदयाल प्रसाद के पिता उदय प्रसाद सेना से सेवानिवृत्त हैं। दीनदयाल तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर थे। उनके बड़े भाई आकाशदीप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं।
जबकि छोटे भाई विपुल कुमार मुंबई में एक इंजीनियर के रूप में कार्यरत हैं। मामले को लेकर अधिकारियों के अनुसार, अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
दीनदयाल की शिक्षा नालंदा के प्रतिष्ठित सैनिक स्कूल से हुई थी। 2015 में उन्होंने वायु सेना में अपनी सेवा शुरू की और तेजी से प्रगति करते हुए फ्लाइट लेफ्टिनेंट के पद तक पहुंचे। लगभग तीन साल पहले उनका विवाह हुआ था।
परिजनों ने बताया कि वे आखिरी बार 2018 में घर आए थे। दीनदयाल का परिवार उनके शव को लेकर नालंदा लौट रहा है, जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा।
फ्लाइट लेफ्टिनेंट दीनदयाल ने 14 अक्टूबर की रात अपने साथियों के साथ हंसी मजाक करते हुए खाना खाया था। इसके बाद वह अपने आवास में सोने चले गए। जब दीन दयाल 15 अक्टूबर की सुबह देर तक नहीं उठे तो स्टाफ ने दरवाजा खटखटाया।
ऐसे में दरवाजा तोड़कर देखा गया तो उनका शव बेड के ऊपर लगे पंखे पर बेडशीट से लटका मिला। इससे पहले जुलाई आगरा के एयरफोर्स स्टेशन में एक अग्निवीर ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। अग्निवीर श्रीकांत कुमार चौधरी स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र में तैनात थे। अग्निवीर श्रीकांत कुमार चौधरी ने रात करीब डेढ़ बजे सरकारी इंसास राइफल से अपने सिर में गोली मारी थी।
श्रीकांत चौधरी की 6 महीने पहले यहां पोस्टिंग हुई थी. श्रीकांत से पहले 2019 में मुरादाबाद के रहने वाले स्क्वॉड्रन लीडर हिमांशु सिंह (उम्र 32 साल) ने आगरा के एयरफोर्स स्टेशन में फांसी के फंदे पर लटक कर जान दे दी थी।