शहीद बेटे को पिता ने आर्मी कैप पहनकर किया सैल्यूट, कहा, बेटा, मेरा जीवन सफल हो गया, इधर बेटे को पता ही नहीं, पापा नहीं रहे...

Shaheed Bijendra Singh Ans Shaheed Ajay Singh: सरहद पर शहीद हुए जवान बिजेंद्र सिंह दौराता और अजय सिंह को अंतिम विदाई विदाई दी गयी। ये दोनों वीर राजस्थान की वीर भूमि के सपूत थे। ये दोनों जवान जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए थे। इन दो जवानों के साथ कैप्टन सहित कुछ कुल 5 जवानों ने प्राण न्योछावर किये थे। शहीद का शव बुधवार को उनके पैतृक जिले में पहुंचा। दोनों झुंझनू के रहने वाले थे। सिक्स राजपूत सेंटर मेरठ के लेफ्टिनेंट अखिल कुमार ने कहा कि बिजेंद्र और अजय की भर्ती 2018 में एक साथ ही हुई थी। 15 जुलाई को दोनों एक साथ ही शहीद हो गए।


कही अपने वीर बेटे का पार्थिव देखकर मां बिलखती रही...तो कहीं पिता ने आर्मी कैप पहनकर अपने बेटे को सैल्यूट किया। वहीं भाई को तिरंगा में लिपटा देख बहन बार-बार बेहोश होती रही। दरअसल जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले में शहीद राजस्थान के झुंझुनूं जिले के दोनों जवानों का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। जैसे ही दोनों जवान तिरंगे में लिपटकर अपने घर पहुंचे, पूरा माहौल गमगीन हो गया।


शहीद बिजेंद्र सिंह दौराता झुंझुनूं के सिंघाना थाना इलाके के खुबा की ढाणी (डुमोली कलां) के रहने वाले थे और अजय सिंह भी इसी इलाके में भैसावता कलां के रहने वाले थे। बिजेंद्र सिंह की पार्थिव देह जब उनके घर पहुंची तो उन्हें देखकर मां बिलख पड़ी। बिजेंद्र सिंह के बेटे ने अपने दादा की गोद में बैठकर पिता के अंतिम दर्शन किए। वहीं पत्नी अंकिता बार-बार पति के पार्थिव देह से लिपट-लिपटकर रो रही थीं।


इधर, शहीद अजय सिंह की पार्थिव देह देखकर पत्नी शालू कंवर बेसुध हो गईं। अजय सिंह के पिता ने आखिरी दर्शन करने के बाद आर्मी कैप पहनकर बेटे को सलामी दी। भाई को तिरंगे में लिपटा देखकर अजय सिंह की बहन बेहोश हो गई। अंतिम संस्कार से पहले शहीदों के सम्मान में झुंझुनूं जिले के मुरादपुर से उनके पैतृक गांवों तक तिरंगा यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में भारी भीड़ उमड़ी। यात्रा के दौरान रास्ते में पड़ने वाले गांव के लोग भी सड़क पर निकल आए। कई जगह महिलाओं ने एक साथ खड़े होकर शहीदों को सलामी दी। वहीं, कई लोगों ने जेसीबी पर चढ़कर शहीदों के पार्थिव देह पर फूल बरसाए।

HPBL
HPBL  
Related Articles
Next Story