"UPS पेंशन स्कीम तो NPS से भी बदतर है" कर्मचारी संगठन से लेकर राजेनताओं तक में नयी पेंशन योजना पर क्यों है नाराजगी

UPS vs NPS: यूनिफाइड पेंशन स्कीम को लेकर कर्मचारी संगठन की नाराजगी साफ दिख रही है। यूपीएस को लेकर जारी नियम और शर्तों को देख कर्मचारी संगठन ने इसे एनपीएस से भी ज्यादा बदतर बताया है। यूपीएस के तहत कर्मचारी की सैलरी से हर महीने 10% काटा जाएगा और फिर आखिरी में 12 महीने की सैलरी में से छह महीने का एक साथ दिया जाएगा।


इस पेंशन योजना को लेकर सरकार जो दावा कर रही है, नियम और शर्तें उन दावों से मेल नहीं खाती है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इसे कर्मचारियों के साथ धोखा बताया है।

संजय सिंह ने कहा कि “यूपीएस एनसीएस से भी ज्यादा बदतर और खराब है। आप दस फीसदी कर्मचारियों की सैलरी का हिस्सा काटेंगे, जब तक वो नौकरी करेगा। मान लीजिए वो चालीस साल नौकरी कर रहा है तो आप चालीस साल तक पैसा काटेंगे।


वो पैसा सरकार अपने पास रख लेगी… तो कौन सी पेंशन दे रहे हो भैया आप, आप कर्मचारी का ही पैसा अपने पास रखकर ढिंढोरा पीट रहे हो कि आप पेंशन दे रहे हैं…”

राज्यसभा सांसद ने आगे कहा, “उसके बाद आप क्या कहते हैं कि अंतिम एक साल की जो सैलरी होगी, उसमें से छह महीने की सैलरी एकमुश्त दे दी जाएगी… मान लीजिए 12 लाख है एक साल की सैलरी तो छह लाख कर्मचारी को दे दी जाएगी।


चालीस साल अगर उसने नौकरी की है और दस प्रतिशत की कटौती हुई है हर महीने, आप सोचिए कितना बड़ा अमाउंट सरकार के खजाने में चला गया लेकिन वो पैसा उसको नहीं मिल रहा है, वो कह रहे हैं कि साहब आपकी पेंशन के लिए ये पैसा हम रख रहे हैं। इसी में से आपको पेंशन देंगे… तो भैया कौनसा एहसान आप कर रहे हैं।”

संजय सिंह ने इसके बाद पैरामिलिट्री की पेंशन का जिक्र करते हुए कहा कि आपने इसमें एक नियम बना दिया कि पच्चीस साल की नौकरी पेंशन पाने के लिए जरूरी है। उन्होंने दलील देते हुए कहा कि अब आप जानते हैं कि पैरामिलिट्री फोर्स से बीस साल के बाद अधिकतम लोग रिटायर हो जाते हैं, उनकी नौकरी ही नहीं पूरी होगी पच्चीस साल की।


आप उनको देंगे दस हजार रुपये महीने। देश के अर्धसैनिक बल, जो देश की रक्षा करते हैं, अगर वो पच्चीस साल की नौकरी नहीं कर पाएंगे तो वो पेंशन के हकदार नहीं।

Aditya
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