शिक्षक प्रोन्नति मामला : शिक्षक से सीधे बनेंगे प्रधानाध्यापक, 35 हजार टीचर को होगा फायदा
रांची । राज्य स्थापना दिवस के दिन राज्य भर के शिक्षकों को बड़ा तोहफा दिया है। लंबे समय से लंबित मांग को विभाग ने समाधान निकाल लिया है। करीब 35000 शिक्षकों को प्रोन्नति का लाभ अब मिल सकेगा। वहीं शिक्षक अब प्रोन्नति के बाद सीधे प्रधानाध्यापक भी बन सकेंगे। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने झारखंड स्थापना दिवस पर राज्य के 35 हजार शिक्षकों को प्रोन्नति का तोहफा दिया है। इस क्रम में 20 वर्ष से अधिक की सेवा पूरी कर चुके शिक्षक सीधे प्रधानाध्यापक बनेंगे।
क्या कहता है नियम
प्रोन्नति का रास्ता साफ होने के बाद प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति के लिए अब स्नातक प्रशिक्षित पद पर पांच वर्षों की सेवा पूरी करने की बाध्यता नहीं होगी। विभाग के द्वारा लिए गए एक अन्य निर्णय के अनुसार प्रारंभिक शिक्षक नियुक्ति नियमावली 2012 से 2016 में नियुक्त स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक 10 वर्षों की सेवा पूरी करने के बाद ही प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति की अर्हता प्राप्त कर सकेंगे। इससे संबंधित अधिसूचना निर्गत करने की तैयारी भी चल रही है।
क्या कहते है संघ के प्रदेश अध्यक्ष
अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव राम मूर्ति ठाकुर ने विभाग के निर्णय पर हर्ष जताते हुए कहा कि विभाग द्वारा प्रोन्नति के मार्ग की बाधाओं को दूर करने के लिए लिया गया। विभाग के इस निर्णय से शीघ्र ही राज्य के मध्य विद्यालयों के 97 प्रतिशत रिक्त पदों को भरा जा सकेगा। साथ ही स्नातक प्रशिक्षित के रिक्त लगभग 7000 पदों पर विषयवार शिक्षक मिल सकेंगे।
संघ द्वारा बताया गया की काफी समय से यह मांग की जा रही थी कि 2012 की नियुक्ति नियमावली के आलोक में प्रोन्नति नियमावली में संशोधन की जाए। साथ ही, 2016 से पूर्व के नियुक्त शिक्षकों की वरीयता के अनुरूप शीघ्र प्रधानाध्यापक के पद पर प्रोन्नति दी जाए। इसे लेकर संघ विगत माह ही मुख्य सचिव, शिक्षा सचिव, निदेशक प्राथमिक शिक्षा से मिलकर विस्तार से तथ्यों को प्रस्तुत किया था।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनूप केसरी, महासचिव राम मूर्ति ठाकुर, मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद, उपाध्यक्ष दीपक चंद्र दत्ता, संतोष कुमार, बाल्मिकी कुमार, हरे कृष्ण चौधरी, देवी प्रसाद मुखर्जी, राकेश कुमार, अजय कुमार सिंह, सलीम सहाय तिग्गा, उपेंद्र सिंह, असीम सिंह, सुरंजन कुमार, राम चंद्र खेरवार आदि ने विभाग द्वारा लिए गए निर्णय का स्वागत किया है। इसके लिए मुख्य सचिव, शिक्षा सचिव और निदेशक प्राथमिक शिक्षा को साधुवाद व्यक्त किया है।