शिक्षक भर्ती : ….तो 5000 परीक्षार्थी सहायक आचार्य की परीक्षा में शामिल होने से रह जायेंगे वंचित….2016 के बाद नहीं हुई है TET….

रांची। झारखंड में सहायक आचार्यों की बड़े पैमाने पर भर्ती होने वाली है। भर्ती को लेकर अभी विस्तृत जानकारी तो सामने नहीं आ पाई है, लेकिन माना यह जा रहा है कि सहायक आचार्य में वही परीक्षार्थी भाग ले सकेंगे जिन्होंने 2012 और 2016 के शिक्षक पात्रता परीक्षा पास की हो। आपको बता दें कि 2016 के बाद अभी तक टीईटी की परीक्षा झारखंड में नहीं हुई है, हालांकि इसे लेकर विरोध के सुर सुनाई पड़ने लगे हैं। 2016 के बाद b.Ed और DLEd पास करने वाले करीब 5000 से ज्यादा छात्र छात्राएं पहले चरण के सहायक आचार्य परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे।

आपको बता दें कि पिछले दिनों यह जानकारी सामने आई थी कि स्कूल शिक्षा विभाग में 50,000 से ज्यादा सहायक आचार्यों के पदों पर भर्तियां होने वाली है। जिसमें से पहले चरण की 26,696 पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने वाली है। अभी तक की जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक अगर झारखंड राज्य में नयी टीईटी की परीक्षा नहीं होती है और सिर्फ 2012 और 2016 के टीईटी पास करने वाले परीक्षार्थियों को ही परीक्षा में शामिल होने का नियम लागू होता है तो करीब 5000 से ज्यादा परीक्षार्थी परीक्षा प्रक्रिया में शामिल नहीं हो सकेंगे।

इस आशंका के मद्देनजर पिछले दिनों राजभवन के सामने हेमंत सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए कुछ छात्र छात्राओं ने प्रदर्शन किया थाय़ सभी छात्र-छात्राओं की मांग थी कि जब तक जेटेट की परीक्षा आयोजित नहीं कर ली जाती, तब तक शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया नहीं शुरू की जानी चाहिए। हालांकि राज्य सरकार का कहना है कि शिक्षा विभाग ने बड़े पैमाने पर शिक्षकों की भर्ती होने वाली है। लिहाजा सभी को समान रूप से अवसर मिलेगा। आपको बता दें थी अभी तक झारखंड में केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी सीटेट मान्यता नहीं मिली है, लिहाजा सीटेट पास करने वाले अभ्यर्थियों को भी शिक्षक परीक्षा में शामिल होने का मौका नहीं मिल पाएगा।

Related Articles