13 जवानों की शहादत का गुनाहगार आया पुलिस की पकड़ में… एक विस्फोट में उड़ा दिया था जवानों से भरी गाड़ी को… बम लगाने में है एक्सपर्ट
बोकारो। नक्सल आपरेशंस में झारखंड पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। खूंखार नक्सली रामचंद्र सोरे उर्फ चंद्रू को पुलिस ने दबोच लिया है। रामचंद्र 13 पुलिसकर्मियों को बारुदी सुरंग विस्फोट में उड़ाने की घटना में शामिल था। नक्सली चंद्रु को न्यायिक हिरासत में तेनुघाट भेज दिया गया है। 2006 में बारुदी सुरंग में 13 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे, जिसमें चंद्रु आरोपी था।
एसपी चंदन झा को सूचना मिली कि चंद्रु ऊपरघाट में जमुनिया जंगल में है। पुलिस टीम को सर्च आपरेशन में भेजा गया, जहां घेराबंदी कर नक्सली चंद्रु को पकड़ा गया। गिरफ्तारी के दौरान चंद्रु के पास से कोई हथियार बरामद नहीं हुआ है। गिरफ्तार नक्सली नावाडीह और बोकारो थर्मल थाना में कई मामलों में नामजद है। चंद्रु की गिरफ्तारी के बाद थाना प्रभारी सुमन कुमार ने मामले की जानकारी दी।
थाना प्रभारी सुमन कुमार ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि हार्डकोर नक्सली रामचंद्र सोरेन के पेंक-नारायणपुर ऊपरघाट के जमुनिया में छुपे होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद इलाके को घेरकर तलाशी अभियान चलाया गया और चंद्रु को गिरफ्तार कर लिया गया। कोर्ट ने चंद्रु को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
कई बड़ी घटनाओं में शामिल था रामचंद्र
2006 में 13 जवानों की शहादत के अलावे 25 दिसंबर 2014 में पेक से विष्णुगढ़ जाने वाले मार्ग पर जमुनियां-मानपुर के बीच पुलिया में पांच किलो का केन बम लगाने का भी आरोपी चंद्रु था। 2014 में ही विधानसभा चुनाव के दौरान बुडगडा पेक मार्ग पर बारूदी सुरंग बिछाने और 2015 में इसी मार्ग पर दस किलो का केन बम लगाने का भी आरोप है। इसके अलावा भी कई मामलों में चंद्रु की लगातार तलाश की जा रही थी। पुलिस इसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी, लेकिन चंद्रु हर बार पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाता था।