OFAJ के तत्कालीन मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी राजीव कुमार की विभाग कराएगी दुबारा जांच

रांची : राज्य सरकार ने तत्कालीन संयुक्त ईखायुक्त सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ओएफएजे राजीव कुमार के विरूद्ध फिर से विभागीय कार्यवाही चलाने का फैसला लिया है. उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच के लिए रिटायर आईएएस अधिकारी कमल जॉन लकड़ा को जांच संचालन पदाधिकारी बनाया गया है. वहीं उप कृषि निदेशक एमएसए महालिंगा शिवा को विभागीय प्रस्तोता पदाधिकारी नियुक्त किया गया है. इस संबंध में कृषि विभाग ने आदेश जारी कर दिया है.

राजीव कुमार वर्तमान में रिटायर हो गये हैं. उनके उपर विभागीय आदेश के विपरीत अपने स्तर से मेसर्स लैकजीन टेक्नॉलॉजी प्राइवेट लि. सुरत के बैंक खाते में बड़ी राशि ट्रांसफर कर राशि का बंदरबांट करने का गंभीर आरोप है. इससे राज्य सरकार को बड़े पैमाने पर वित्तीय नुकसान भी हुआ और राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना धराशायी भी हो गयी.

क्या है मामला

पूरे मामले में आरोप गठित किया गया जिसकी जांच में प्रथम दृष्टया आरोप प्रमाणित हुआ. सरकार ने 25 फरवरी 2022 को विभागीय कार्यवाही चलाने का निर्णय लिया और रिटायर आईएएस गौरी शंकर मिंज को जांच संचालन पदाधिकारी नियुक्त किया था.

हालांकि, गोरी शंकर मिंज ने अपने रिपोर्ट में आरोपों को प्रमाणित नहीं पाया और आरोपी पदाधिकारी के बचाव बयान को स्वीकार योग्य बता दिया उन्होंने पूरे मामले पर क्लीन चिट दिया.

जांच रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है सरकार

राज्य सरकार को इस प्रतिवेदन से संतुष्टी नहीं हुई और यह पाया गया कि जांच पदाधिकारी ने सभी आरोपों के साक्ष्यों का पूरी तरह से समीक्षा नहीं किया है. ऐसे में अब इसकी फिर से जांच कराने का फैसला लिया गया है. जांच के बाद कार्रवाई की जायेगी.

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