बेटी को मरा समझकर किया अंतिम संस्कार, अगले ही दिन बेटी का आ गया फोन…पापा…पापा मैं तो जिंदा हूं..
पूर्णिया। ..जिस बेटी को मृत मानकर अंतिम संस्कार किया, वो तो जिंदा निकली। अंतिम संस्कार के दूसरे ही दिन बेटी ने पिता को फोन कर बताया कि वो मरी नहीं, बल्कि जिंदा है। बेटी के इस फोन ने परिजनों को भी सकते में डाल दिया। मामला बिहार के पूर्णिया का है। जहां 3 जून को एक लड़की फरार हो गयी थी। परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन पता नहीं चला। फिर एक शव को परिजनों ने बेटी समझकर अंतिम संस्कार कर दिया, लेकिन अगले ही दिन बेटी के कॉल कर ये बताया कि वो मरी नहीं बल्कि जिंदा है।
दरअसल, पूर्णिया जिले के भवानीपुर के नवगछिया टोला निवासी बिनोद मंडल की बेटी अंशु कुमारी (17) 3 जून से लापता थी। अंशु अपने प्रेमी के साथ फरार होकर 5 जून को उसके साथ शादी कर दी। इधर लड़की के गायब होने की घर वालों ने शिकायत थाने में नहीं की।परिजन लगातार छानबीन करते रहे थे, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। फिर 16 अगस्त को जानकारी मिलती है कि बहियार नहर में एक लड़की का शव मिला है। परिवार के सभी सदस्य मौके पर पहुंचे और शव का चेहरा, कद, काठी और कपड़े को देखकर अंशु मानकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
17 अगस्त को अंशु ने अपने पिता बिनोद मंडल को फोन किया और बताया कि वो मरी नहीं जिंदा है। अपने जिंदा होने का प्रमाण देने के लिए अंशु ने वीडियो कॉल भी किया। अंशु ने बताया कि उसने भागकर शादी की है। और वो रुपौली हॉल्ट बाजार में एक किराए के मकान में रह रही है। लड़का भवानीपुर का ही रहने वाला है।