शहीद की पत्नी के कदमों में ग्रामीणों ने बिछाई हथेलियां, नजारा देख हर कोई था हैरान, शहीद की पत्नी ने उसपर चलकर किया शहीद स्मारक का अनावरण

रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम से रक्षाबंधन के दिन ऐसी तस्वीर सामने आए है, जो आपको इमोशनल भी कर देगी और गर्व से सीना चौड़ा भी कर देगी। रक्षाबंधन के दिन शहीद कन्हैयालाल जाट की प्रतिमा का अनावरण किया गया। पैतृक गांव में शहीद की पत्नी सपना और माता-पिता का सम्मान कर भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई। ग्रामीणों ने शहीद की पत्नी के सम्मान में अपने हाथों की हथेलियां कदमों के नीचे बिछा दी।

शहीद सैनिक की पत्नी सपना जाट ने कहा कि - मेरे समस्त भाईयों ने मिलकर मुझे इस राष्ट्र शक्ति स्थल के रूप में मुझे मेरा जीवन, मेरा पति लौटा दिया है. मैं सभी का शुक्रगुजार हूं। जिले के शहीद सपूत कन्हैयालाल जाट के राष्ट्र शक्ति स्थल का लोकार्पण शहीद के पैतृक गांव में धूमधाम किया गया. वीरांगना बहन के पैरों तले युवाओं ने अपनी हथेलियों को बिछा दिया. शहीद समरसता मिशन ने पूरे गांव में शहीद के चित्र के साथ, वीरांगना और वीर माता-पिता का सम्मान करते हुए भव्य तिरंगा यात्रा निकाली. शहादत के सम्मान के इस दृश्य को जिसने देखा वो देखता ही रह गया।

राष्ट्र रक्षार्थ गुणावद के लाल शहीद कन्हैयालाल ने 21 मई 2021 में सिक्किम में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था. शहीद समरसता मिशन के संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक मोहन नारायण ने शहीद की पत्नी, बहन वीरांगना सपना जाट और वीर माता-पिता से पिछले दिनों 31 जुलाई को पिछले दिनों 31 जुलाई को महान क्रांतिकारी अमर शहीद सरदार उधम सिंह जी के बलिदान दिवस पर वादा किया था कि रक्षाबंधन पर तय समय में राष्ट्र शक्ति स्थल स्वरूप शहीद स्मारक बनाकर समर्पित करेंगे, जिसे 1 महीने के भीतर शहीद समरसता मिशन ने पूरा किया.

मिशन के युवाओं ने बहन वीरांगना सपना जाट के स्वागत सम्मान में कृतज्ञता से अपनी हथेलियों को जमीन पर बिछाकर राष्ट्र शक्ति स्थल का लोकार्पण किया. इस दौरान वीरांगना समेत पूरे गांव की आँखे नम थी और चारो ओर देशभक्ति और शहादत के सम्मान में नारे सुनाई दे रहे थे. यह मिशन उन परिवारों के लिए है, जो राष्ट्र के लिए पल-पल मरते है। यह सैनिकों के सम्मान और राष्ट्र की एकता, अखंडता के लिए काम करता है।'

शहीद समरसता मिशन के संस्थापक और राष्ट्रीय संयोजक मोहन नारायण ने शहीद की पत्नी, सपना और माता-पिता से पिछले दिनों 31 जुलाई को महान क्रांतिकारी अमर शहीद सरदार उधम सिंह के बलिदान दिवस पर वादा किया था कि रक्षाबंधन पर राष्ट्र शक्ति स्थल स्वरूप शहीद स्मारक बनाकर समर्पित करेंगे, जिसे 1 महीने के अंदर पूरा किया गया। कन्हैयालाल 21 मई, 2021 को सिक्किम में शहीद हो गये थे।

HPBL Desk
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