बेरोजगारी की तड़प ऐसी, कि सफाईकर्मी, चपरासी, चौकीदार की नौकरी के लिए BA-MA पास उम्मीदवारों ने दी परीक्षा...
रांची। झारखंड में बेरोजगारी का आलम ऐसा कि चतुर्थवर्गीय कर्मचारी की नौकरी में एमए और बीए पास उम्मीदवारों ने फार्म भरा और परीक्षा दी। हाईकोर्ट की फटकार के बाद रिम्स में चतुर्थ श्रेणी पदों के लिए परीक्षा हुई। इस परीक्षा में 1924 आवेदन में सिर्फ 140 उम्मीदवारों को ही परीक्षा के लिए उपयुक्त पाया गया। 230 पदों के लिए हुई परीक्षा में सिर्फ 140 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। जिसमें 10 स्नाकोत्तर यानि एमए 10 ग्रेजुएट थे, जबकि इन पदों के लिए सिर्फ 10वीं पास ही अहर्ता थी।
हेड जमादार, पीउन कम पैकर, सफाईकर्मी, इम्बाल्वर, मॉरचुरी सेवक, स्ट्रेचर वाहक, चौकीदार, रात्रि प्रहरी, प्रयोगशाला अनुचर, किचन सेवक, सेवक, कक्ष सेवक/सेविका, सेवक सह स्वीपर, दफतरी, पीउन, दरवान, माली, लैब बॉय, प्रयोगशाला सेवक।
आपको बता दें कि झारखंड हाई कोर्ट ने चतुर्थश्रेणी नियुक्ति में रोक से इंकार कर दिया था। मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन और न्यायाधीश उदित नारायण प्रसाद की अदालत में इस मामले पर सुनवाई की थी। मामले की सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने अदालत को जानकारी देते हुए बताया था कि रिम्स द्वारा जो विज्ञापन निकाला गया है, उस विज्ञापन में कहा गया है कि जो झारखंड के नागरिक हैं, वही आवेदन कर सकते हैं। अदालत ने कहा नागरिक देश का होता है, राज्य का नहीं।