स्वास्थ्य और वन विभाग में सचिव नहीं, फाइलों का काम अटका, इन्हें मिल सकती है जिम्मेवारी
रांची। राज्य का स्वास्थ्य विभाग और वन विभाग इन दिनों सचिव विहीन हो गया है। 31 दिसंबर को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह के सेवा निवृत होने के बाद ये पद अब तक रिक्त है। विभागीय प्रधान सचिव के नहीं रहने पर फाइलों का निपटारा और नीतिगत फैसले लेने में कठनाई हो रही है।परंतु राजनीतिक घटनाक्रम के बीच प्रधान सचिव के नियुक्ति पर विचार नहीं किया जा सका है। यही हाल वन विभाग के सचिव का भी है, जो अबतक रिक्त है।
स्वास्थ्य विभाग व वन एवं पर्यावरण विभाग में सचिव के नहीं होने की वजह से कामकाज प्रभावित हो रहा है. विकास आयुक्त व पूर्व स्वास्थ्य सचिव अरूण कुमार सिंह के 31 दिसंबर को सेवानिवृत होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में सचिव का पद खाली है. हालांकि, विकास आयुक्त के पद में उर्जा सचिव अविनाश कुमार को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग रिक्त रह गया.
वन विभाग के अपर मुख्य सचिव एल खियांग्ते का पिछले माह स्थानांतरण कर उन्हें राज्य का मुख्य सचिव बनाया गया. उसके बाद से ही वन विभाग सचिव विहीन हो गया है. ऐसे में अब यह प्रयास हो रहा है कि जल्द ही इन पदों में प्रधान सचिव रैंक के अधिकारी की पोस्टिंग की जाये.
सूत्रों के अनुसार कैबिनेट सचिव वंदना दादेल को स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त जिम्मेवारी मिल सकती है. इस पर चर्चा चल रही है. कार्मिक विभाग ने दोनों विभागों में आईएएस की पोस्टिंग के लिए फाइल बढ़ायी है, मुख्यमंत्री स्तर पर इस पर निर्णय लिया जाना है. वहां से स्वीकृति मिलते ही कार्मिक विभाग अधिसूचना जारी करेगा.