बिहार की सियासत के लिए कल का दिन अहम: होने वाली हैं 3 बैठकें, राजभवन के बाहर परेड करा सकती है आरजेडी
पटना। बिहार में सियासी शोर के बीच कांग्रेस को लेकर भी बड़ा दावा किया जा रहा है। दावा है कि कांग्रेस के भी कई विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं, ऐसे में बीजेपी की नजरें भी बिहार कांग्रेस के विधायकों पर हैं। इस स्थिति से राज्य में बीजेपी के और मजबूत होने के दावे किए जा रहे हैं। बीजेपी के सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के 10 से ज्यादा विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं।
सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीजेपी की नजरें बिहार के कांग्रेस विधायकों पर है और दस विधायक अलग होकर अपना गुट बना सकते हैं। वहीं दूसरी ओर, बीजेपी नीतीश कुमार से अपनी शर्तों पर समझौता करेगी, बीजेपी के सभी मौजूदा सहयोगियों का ध्यान रखा जाएगा। अगर कांग्रेस के 10 विधायक अलग हो जाते हैं तो लालू कैंप का गेम बिगड़ जाएगा. फिलहाल के परिदृश्य में अगर नीतीश उनसे अलग होते हैं तो वह बहुमत के आंकड़े से 8 विधायक पीछे होंगे।
माना जा रहा था कि मांझी (4 विधायक), AIMIM (एक विधायक), सुमित सिंह (निर्दलीय) को मिलाकर वह इस खाई को पाटने की कोशिश कर रही थी. लेकिन अगर कांग्रेस के कुल 19 विधायकों में से भी 10 टूट गए तो बहुमत का 122 वाला आंकड़ा उनसे काफी दूर हो जाएगा।
जदयू विधायक दल की बैठक 28 जनवरी को सुबह 10 बजे 1अन्ने मार्ग में होगी। बैठक का नेतृत्व नीतीश कुमार करेंगे।राबड़ी आवास पर आरजेडी नेताओं के पहुंचने का सिलसिला जारी है। गन्ना उद्योग मंत्री प्रो. चंद्रशेखर पहुंचे के साथ ही सीपीआई नेता रामनरेश पांडेय भी राबड़ी आवास पहुंचे है। महुआ से राजद विधायक डॉ.मुकेश कुमार रोशन ने कहा कि महागठबंधन अटूट है। हम लोग के नेता लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार एक साथ हैं। नीतीश और लालू के रिश्ते अटूट हैं। आप लोग (मीडिया) चिंता नहीं कीजिए। बिहार की चिंता करने के लिए नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव हैं। जब दोनों लोग मिलकर एक साथ काम कर रहे हैं, तो बीजेपी के लोगों को पेट में दर्द हो रहा है।