सिपाही बना चौकी प्रभारी: SP ने सिपाही को बनाया चौकी प्रभारी, देश भर में हो रही है इस आदेश की चर्चा
Sipahi bana Chouki Prabhari: क्या कभी कोई सिपाही चौकी प्रभारी बन सकता है? नियमों कायदे में उलझेंगे, तो शायद इसका जवाब ना में होगा, लेकिन काम में ईमानदारी हो तो, सिपाही भी चौकी प्रभारी बन सकते हैं। मामला यूपी के कन्नौज का है। जहां एसपी का आदेश प्रदेश भर में चर्चा का विषय बन गया है। दर्सल कन्नौज एसपी अमित कुमार आनंद ने दो दिन पहले कन्नौज पुलिस कांस्टेबल और चौकी इंचार्ज के बड़े पैमाने पर तबादले किए थे। इसी लिस्ट में एक नाम सुधीर सिंह का भी था, सुधीर सिंह को चौकी प्रभारी बनाया गया है।
सुधीर एटा जिले के अलीगंज क्षेत्र के रहने वाले हैं. सुधीर के पिता किसान थे जो अब इस दुनिया में नहीं है. वही सुधीर की माता और सुधीर के तीन और भाई हैं. सुधीर के सबसे बड़े भाई संजय सिंह आर्मी में हैं वहीं दूसरे नंबर पर सुधीर का नाम आता है. तीसरे नंबर पर सुधीर के भाई अनुज सिंह है वह भी आर्मी में हैं और चौथे नंबर पर चंदन सिंह है जो एक एमआर हैं. सुधीर 2011 में पुलिस भर्ती में सेलेक्ट हुए थे।
इसके बाद 2015 में वह कन्नौज के तिर्वा थाना में तैनात थे. वहीं 2020 में वह गुरसहायगंज थाने में पहुंचे. इसके बाद लगातार में गुरसहायगंज थाने में ही कार्यरत थे।सुधीर का परिवार देश सेवा में पूरी तरह से समर्पित है. ऐसे में सुधीर में भी अपने देश के प्रति कुछ कर जाने का जुनून है। गुरसहायगंज क्षेत्र में एक बच्ची के मामले में सुधीर ने अच्छा काम किया था. ऐसे ही कई मामले हैं जिसमें सुधीर ने हेड कांस्टेबल होने के बावजूद मुजरिमों को पकड़ने और उनको सलाखों के पीछे तक पहुंचने में अपने अधिकारियों की बहुत मदद की। उन्हें इसी ईमानदारी का ईनाम मिला है।