वर्दी पहनकर महिला करती थी ऐसा कांड, कि पुलिसवाले भी रह गये हक्के-बक्के, फिर थानेदार ने किया तुरंत...

Fake Sub Insepector : वर्दी की आड़ में वसूली कोई नयी बात नहीं है, लेकिन जब कोई महिला इस तरह से वर्दी की आड़ में वसूली शुरू कर दे, तो हैरानी होती है। ऐसा ही मामला यूपी के गोरखपुर में सामने आया है, जहां बिहार की रहने वाली एक महिला पिछले छह महीनों से बेधड़क होकर गोरखपुर की सड़कों पर वसूली कर रही थी। इस काम में उसने एक अन्य महिला को सहयोगी के रूप में भी रखा हुआ था।

महिला वर्दी का धौंस दिखाकर लोगों से पैसे ऐंठती थी। शिकायत पर पहुंची ने जब देखा, तो खुद अपनी आंखों से विश्वास नहीं हुआ। पूछताछ में पता चला है कि वो कई महीनों से इस तरह की वसूली किया करती थी। दरअसल गोरखपुर के मेडिकल कॉलेज रोड स्थित एक चौराहे पर एक महिला पुलिस की वर्दी पहनकर ये काम कर रही थी। पुलिस ने उस महिला को पकड़ा तो उसने जो बताया वह चौंकाने वाला था।

महिला ने बताया कि पुलिस समझकर लोग आसानी से पैसे दे देते हैं, इसीलिए मैंने भी वर्दी का धौंस दिखाकर वसूली के बारे में सोचा। शुरुआत में इस काम में सफलता मिलने लगी. इसके बाद उसे यह करते-करते लगभग छह महीनों का समय बीत चुका था। दरअसल, गोरखपुर के गुलहरिहा थाना क्षेत्र अंतर्गत महाराजगंज चौराहे के आसपास पिछले कई दिनों से पुलिस की वर्दी पहने एक महिला आने जाने वाले लोगों और वाहनों से वर्दी का रोब दिखाकर पैसा वसूली करती थी।

उसके इस काम में एक अन्य महिला जिसका कांस्टेबल का रोल रहता था, वो उसमें सहयोग करती थी। महिला को दारोगा समझ कर ज्यादा ध्यान नहीं देते थे। महिला ज्यादातर मेन शहर के चौराहा को छोड़कर छोटे-मोटे चौराहे और ग्रामीण क्षेत्र में अपना शिकार ढूंढती थी, लेकिन गलती से सोमवार को सरहरी चौकी के पास स्थित महाराजगंज चौराहे पर पहुंच गई. इसके बाद कुछ लोगों ने इसकी शिकायत सरहरी चौकी पर की, तो चौकी इंचार्ज अपने साथियों के साथ महाराजगंज चौराहे पहुंचे।

महिला उन्हें देखकर वहां से खिसकने लगी. चौकी इंचार्ज ने उसे रोका और पूछताछ करते हुए उसका आई कार्ड और तैनाती के बारे में पूछा तो महिला जवाब नहीं दे सकी. सख्ती से पूछताछ में पता चला कि महिला बिहार की रहने वाली है और कुशीनगर में उसका मायका है. महिला ने अपना नाम रेखा तिवारी बताया. पुलिस की वर्दी उसे कहां से मिली इस बारे में भी कुछ नहीं बता सकी. उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।

इस मामले में एसपी सिटी कृष्णा कुमार बिश्नोई ने कहा कि उक्त महिला की शिकायत चौकी तक पहुंची थी. इसके बाद गुलारिहा थाना की पुलिस छानबीन करने पहुंची. इसमें महिला फर्जी पुलिस अधिकारी पायी गई गई, जो पिछले छह महीनों से इस काम को अंजाम दे रही थी. वो शहर को छोड़कर ग्रामीण इलाकों में ये काम कर रही थी. पुलिस उसे गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

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