सिर्फ 48 वोटों से जीत: देश में सबसे बड़ी जीत 11 लाख वोटों से, तो सबसे छोटी जीत 48 वोटों की, जानिये किस नेता ने 13 दिन के प्रचार में दर्ज की ये जीत
मुंबई। देश में सबसे बड़ी जीत की रिकार्ड इंदौर के शंकर लालवानी के नाम दर्ज हुआ, तो वहीं सबसे कम वोटों से जीत का रिकार्ड महाराष्ट्र के रविंद्र वायकर के नाम बना। मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के उम्मीदवार रविंद्र वायकर (Ravindra Waikar) ने सिर्फ 48 वोटों से जीत दर्ज की है। जबकि शंकर लालवानी ने 11 लाख वोटों से जीत दर्ज की थी। रविंद्र रायकर की जीत 2024 के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में जीत का ये सबसे छोटा मार्जिन है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, वायकर को मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से 4,52,644 लाख वोट मिले हैं जबकि इस सीट पर उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर को 4,52,596 वोट मिले हैं.
मुंबई उत्तर पश्चिम सीट पर अपने प्रतिद्वंद्वी को महज 48 वोटों से हराने के सवाल पर वायकर ने आज तक से बातचीत में कहा कि लोकतंत्र में एक-एक वोट की कीमत होती है. वाजपेयी जी की सरकार एक वोट से गिर गई थी. मैंने बोला था कि मैं लड़ूंगा और जीतूंगा और मैं जीत गया. मैंने महाराष्ट्र, मुंबई और देश की सेवा करने का व्रत लिया है. मैंने कहा था कि जो भगवान मुझे राह देगा, उसी प्रकार से जीतना है. अगर जीतना है तो जीतकर अच्छा काम करना है. अब अच्छा काम करना है.
मुंबई की जोगेश्वरी ईस्ट सीट से विधायक वायकर इस साल की शुरुआत में शिवसेना (यूबीटी) से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना में शामिल हो गए थे. मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से उनकी उम्मीदवारी का ऐलान आखिरी समय में किया गया था. मतगणना के शुरुआती रुझानों में इस सीट पर दोनों उम्मीदवार अलग-अलग समय पर बढ़त बनाए हुए थे. इस दौरान एक समय ऐसा भी आया, जब कीर्तिकर महज एक वोट से आगे चल रहे थे. शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मतगणना प्रक्रिया में गड़बड़ी का अंदेशा जताते हुए कहा था कि उनकी पार्टी इन नतीजों को चुनौती देने पर विचार कर रही है.