VIDEO: जयराम महतो ने कुछ इस अंदाज में ली विधानसभा में शपथ, देखते रह गये मुख्यमंत्री से लेकर विधानसभा अध्यक्ष तक…
VIDEO: Jairam Mahato took oath in the Assembly in such a manner, everyone from the Chief Minister to the Speaker of the Assembly kept watching...
Jairam Mahto Oath : जयराम महतो ने आज विधानसभा में बतौर सदस्य पद और गोपनीयता की शपथ ली। उन्होंने अपनी कही बातों के अनुरूप स्थानीय खोरठा भाषा में सदस्यता ली। इस दौरान विधानसभा के उस युवा विधायक पर हर किसी की निगाहें टिकी थी। झामुमो के गढ़ डुमरी में सेंध लगाकर विधायक बने जयराम महतो आज पहली विधानसभा पहुंचे तो इस दौरान भी उनका अंदाज बहुत ही जुदा था। वो नंगे पांव ही विधानसभा पहुंचे थे।
यहां देखें वीडियो 👇 👇 👇
जय झारखण्ड, जोहार झारखण्ड
जोहार बूढ़ा बाबा, जोहार महामाय 🙏🙏@JLKMJHARKHAND pic.twitter.com/R1kSpjcohu— Tiger jairam mahto (@JairamTiger) December 9, 2024
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए जयराम कुमार महतो ने कहा कि भारत आस्था का देश है। किसी की आस्था मंदिर में है, तो किसी की मस्जिद में, किसी की आस्था गिरिजाघर में है, तो किसी की गुरुद्वारा में। उन्होंने कहा कि इस देश में 70 फीसदी किसान हैं। देश के एक प्रधानमंत्री ने कहा था कि एक नजर रखना खेत-खलिहान पर, एक नजर रखना लाल किला के मचान पर…लाच किला का आशय संसद और विधानसभा पर था।
यहां हजारों-लाखों, करोड़ों किसानों की आस्था है. हम मंदिर या मस्जिद में जूता-चप्पल खोलकर पूरी आस्था से उसमें प्रवेश करते हैं. करोड़ों लोगों का विश्वास विधानसभा से जुड़ा है। उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र का यह मंदिर किसी धार्मिक स्थल से ज्यादा महत्वपूर्ण है। आस्था के केंद्र में पहली बार दाखिल होने जा रहा हूं। लाखों लोगों की उम्मीदों को लेकर मैं विधानसभा में जा रहा हूं।
विधायक की हैसियत नहीं की वो महल बना ले
जवाब में जयराम महतो ने कहा कि विधायक की इतनी हैसियत नहीं है कि वो महल बना ले, अगर वो महल बना लेता है, तो सोच लीजिये वो चोर है। जो विधायक तुरंत अपनी प्रापर्टी बना ले, तो सोच लीजिये वो विधायक नहीं चोर है। हम अगर ऐसा करेंगे, तो हम भी उसी श्रेणी में कहलायेंगे।
हर महीने 75% सैलरी करेंगे दान
जयराम महतो ये पूछे जाने पर क्या वो अभी भी अपनी सैलरी दान करने के ऐलान पर कायम है। जवाब में जयराम महतो ने कहा कि उन्होंने कहा था कि सैलरी का 75% हिस्सा दान कर देंगे। जब भी सैलरी आयेगी, उसी दिन उसमें से 75% हिस्सा वो दान में देंगे। इसका इस्तेमाल समाज कल्याणा, पढ़ाई, लाईब्रेरी या किसी भी जरूरत के कामों में हो सकेगा। उन्होंने कहा कि वो अपनी सैलरी की जानकारी मीडिया को भी साझा करेंगे।