VIDEO: हेलीकाप्टर दुर्घटना का VIDEO, जिस हेलीकाप्टर क्रैश में हुई राष्ट्रपति, विदेश मंत्री व गर्वनर की मौत, घटनास्थल का वीडियो आया सामने, सबकुछ जलकर खाक
Helicopter Crash: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलिकॉप्टर रविवार को एक हादसे का शिकार हो गया। इस हादसे में प्रेसिडेंट रईसी समेत 9 लोगों की मौत हो गई। सोमवार की सुबह एक पहाड़ी पर हेलीकॉप्टर का मलबा मिला है। हादसे के बाद से लगातार सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा था, लेकिन क्रैश साइट की लोकेशन नहीं मिल रही थी।
17-18 घंटे बाद जब कोई सुराग नहीं मिला तो ईरानी मीडिया की ओर से कहा गया कि हेलिकॉप्टर में सवार सभी लोगों की मौत हो गई है. हालांकि, इस पर खबर लिखे जाने तक कोई ऑफिशियल जानकारी सामने नहीं आई थी.क्रैश में हेलिकॉप्टर पूरी तरह से जल गया है।
बचावकर्मी सोमवार सुबह घटनास्थल तक पहुँचे थे. ईरान की रेड क्रिसेंट सोसाइटी के प्रमुख ने कहा था कि हालात अच्छे नहीं हैं. ये दुर्घटना जिस जगह पर हुई है, वहाँ मौसम काफ़ी ख़राब है।
इस वजह से रेस्क्यू टीमों को घटनास्थल तक पहुँचने में दिक़्क़तों का सामना करना पड़ा।राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलिकॉप्टर का पता लगाने के लिए तुर्की ने अपने ड्रोन भेजे थे. तुर्की की न्यूज़ एजेंसी अनादोलू ने एक जगह पर हीट ऑफ सोर्स के पता चलने की तस्वीरों को साझा किया था।
हीट ऑफ सोर्स यानी किसी जगह से आग या ज़्यादा ताप का उठना. जैसा किसी हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने पर वहां से उठने वाली आग या धुंआ।
तुर्की को मिली इस जानकारी को ईरान के साथ साझा किया गया. अनादोलू ने ड्रोन के रात के वक़्त रिकॉर्ड किए एक वीडियो को भी जारी किया।इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक जगह पर काला धब्बा दिख रहा है।
हेलीकॉप्टर के मलबे का वीडियो आया सामने
इस बीच सोमवार को अब इस बात की पुष्टि की गई है कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत हो चुकी है। साथ ही जिस स्थान पर हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था, उसका वीडियो भी सामने आ चुका है। इस वीडियो में रिकॉर्डेड फुटेज देखा जा सकता है, जिसमें हेलीकॉप्टर का क्रैश मलबा दिख रहा है।
हालांकि अब यह संभावना जताई जा रही है कि ईरान के उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर ईरान के अगले राष्ट्रपति बन सकते हैं। बता दें कि मोहम्मद मोखबर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामनेई और ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के करीबी बताए जाते हैं।
जिस जगह हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ, वहां काफ़ी धुंध बताई जा रही है.बचाव दल के साथ मौजूद एक रिपोर्टर ने बताया था- पहाड़ी और इस घने जंगल में विज़िबिलिटी सिर्फ़ पांच मीटर तक की ही है.तुर्की ने ड्रोन से घटनास्थल के बारे में जानकारी दी.रूस के सरकारी मीडिया के मुताबिक़, बचाव के लिए 47 विशेषज्ञों की टीम और एक हेलिकॉप्टर को भेजा गया.यूएई ने भी मदद की पेशकश की थी.