बंगाल के मंत्री ने ऐसा क्या बोल दिया? कि बाबूलाल मरांडी को आ गया गुस्सा, प्रधानमंत्री मोदी से कह दी ये बड़ी बात …

What did the Bengal minister say? That Babulal Marandi got angry and said this big thing to Prime Minister Modi...

Minister Firhad Hakim: आबादी में मुस्लिमों की हिस्सेदारी पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता और पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम के बयान पर झारखंड में भी राजनीति गरमा गयी है। हालांकि इस बयान पर वो फिरहाद खुद भी अलग-थलग पड़ गये हैं। इसी बीच मामला तूल पकड़ता देख ममता बनर्जी की पार्टी ने इससे किनारा कर दिया है।

 

पार्टी ने खुद हकीम के बयान की निंदा की है। हकीम ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा है कि अगर अल्लाह ने चाहा तो एक दिन मुसलमान बहुमत में होंगे. हकीम के इस बयान के बाद बीजेपी ने उन पर निशाना साधा है। भाजपा ने कहा है कि हकीम शरिया की तरफ इशारा कर रहे हैं।

 

फिरहाद हकीम ने आगे कहा,’हम इतने सशक्त हो सकते हैं कि हमें न्याय के लिए मोमबत्ती जलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. हम ऐसी स्थिति में होंगे, जहां न्याय के लिए हमारी आवाज सुनी जाएगी. हमें माइनॉरिटी कहा जाता है. लेकिन हम खुद के बारे में ऐसा नहीं सोचते हैं. अगर अल्लाह की रहमत और तालीम हमारे साथ है तो एक दिन हम मेजोरिटी से भी ज्यादा मेजोरिटी हो जाएंगे।

 

दरअसल, पश्चिम बंगाल के नगर निगम मामलों और शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने यह बात अल्पसंख्यक छात्रों के लिए आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में कही है। माइनॉरिटी छात्रों को संबोधित करते हुए हकीम ने कहा,’पश्चिम बंगाल में हम (मुसलमान) 33 प्रतिशत और पूरे देश में 17 प्रतिशत हैं। हम संख्या के हिसाब से अल्पसंख्यक हो सकते हैं, लेकिन अल्लाह की रहमत से हम सशक्त हो सकते हैं।

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बाबूलाल मरांडी ने जतायी तीखी नाराजगी 

पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हाकिम द्वारा मुसलमानों की आबादी बढ़ने पर देश की न्यायपालिका पर कब्जा जमाने को लेकर दिया गया बयान भारत के धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक मूल्यों के विरुद्ध है। हमारा देश आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व देश की विविधतापूर्ण सांस्कृतिक धरोहरों को सहेजते हुए विश्व का प्रतिनिधित्व कर रहा है, लेकिन इन सबके बीच तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले विपक्षी दलों के द्वारा देश को तोड़ने की साजिश रची जा रही है।

 

 

राष्ट्रहित में लाए गए CAA-NRC, यूसीसी और वक्फ बिल का अंधविरोध करने वाली ममता बनर्जी की पार्टी के नेता मुसलमानों की आबादी बढ़ने पर देश के लोकतांत्रिक ढांचे को ध्वस्त करने की ख्वाहिश पाले बैठे हैं। हैरानी है कि देश में शरीयत लागू करने की बात कहने वाले बयान की किसी भी विपक्षी दल ने निंदा तक नहीं की… सत्ता प्राप्ति के लिए कांग्रेस, झामुमो, राजद जैसी पार्टियां भी घुसपैठियों को बसा कर शरीयत लागू करने के मकसद को पूरा करने में परोक्ष रूप से सहयोग कर रहीं हैं। हम सभी देशवासियों को सचेत होकर इस साजिश को नाकाम करने की जरूरत है।

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