अब हेमंत क्या करेंगे ? इस बार नहीं हुए पेश, तो कहीं गिरफ्तारी ना हो जाये...पत्र के रूप में ED के भेजे समन के मायने समझिये
रांची। हेमंत को पिछले दो बार से ED ने जिस तरह अनुरोध छोड़, आदेशात्मक लहजे में समन भेजा है, उससे एक बात तो साफ है कि अब ED का जल्द ही एक्शन दिख सकता है। चर्चाएं चलने लगी है कि इस बार हेमंत को भेजा गया समन ED की तरफ से आखिरी अल्टीमेटम होगा। अगर इस बार फिर हेमंत हाजिर नहीं हुए, तो गिरफ्तारी पक्की है।
29 दिसंबर को सातवां समन जारी करते हुए ईडी ने हेमंत सोरेन को कहा था कि बार आपको पीएमएलए की धारा 50 के तहत बयान दर्ज कराने का आखिरी मौका दिया जा रहा है। आप खुद तिथि, समय और जगह तय कर के बताएं। ईडी के अधिकारी वही आकर पूछताछ करेंगे। ED की तरफ से सातवां समन भी काफी तल्ख था, लेकिन अब 8वां समन भेजकर ईडी ने साफ कर दिया है कि अब वो मुख्यमंत्री को ज्यादा मोहलत नहीं देना चाहती है।
हालांकि जानकार ये भी कह रहे हैं कि समन के साथ जो पत्र है, उससे साफ है कि मुख्यमंत्री के रुख को देखते हुए ईडी ने अब एक्शन की तैयारी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने इस पत्र के जरिये पूछताछ के लिए नहीं आने का कारण पूछा है। हेमंत सोरेन से इस मामले में जवाब देने के लिए एक 16 से 20 जनवरी तक का समय दिया है। ईडी ने सीएम को 16 से 20 जनवरी तक इस पत्र का जवाब देने के साथ हाजिर होने को कहा है।16 से 20 जनवरी तक या तो खुद आएं या ईडी को उनके पास आना पड़ेगा।
इधर गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने चुटकी ली है। उन्होंने कहा कि हमारे सीएम रजाई में घुसकर चुपचाप जाड़ा काट रहे हैं। मुख्यमंत्री इस पत्र का जवाब पत्र के रूप में देंगे या सवालों का जवाब देने वह ईडी कार्यालय जाएंगे इसे लेकर अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं है। लेकिन इतना तय है कि इस बार अगर मुख्यमंत्री नहीं गये, तो निश्चित ही कोई ना कोई कार्रवाई ईडी की तरफ से देखने को मिलेगा।