WhatsApp ने बढ़ायी हेमंत की मुश्किलें: जमीन घोटाला ही नहीं, ट्रांसफर पोस्टिंग का भी चल रहा था खेल
रांची। …ED को जिस पुख्ता सबूत की दरकार थी, वो आखिरकार हेमंत सोरेन के मोबाइल से जांच अधिकारियों को मिल गया है। जानकारी मिली है कि वो चैट विशेष कोर्ट को ईडी ने दिखाया भी है। अब जानकारों का दावा है कि इस चैट से हेमंत सोरेन पर शिकंजा और भी ज्यादा मजबूत हो गया है। दावा है कि WhatsApp चैट में सिर्फ जमीन की लेनदेन का जिक्र नहीं है, बल्कि ट्रांसफर पोस्टिंग की भी बातें हुई है।
इन चैट्स से तो खुलासा हो गया है कि हेमंत सोरेन और जमीन घोटाले के मास्टर माइंड बिनोद सिंह के बीच गहरे राज छुपे थे। जानकारी के मुताबिक चैट हेमंत सोरेन और जमीन घोटाले के सूत्रधार बिनोद सिंह के बीच का हैं। ईडी ने दावा किया है कि 539 पेज के व्हाट्सएप चैट में कई गोपनीय जानकारी भी है। इनमें से कुछ पन्ने कोर्ट में पेश किए हैं। एजेंसी ने कहा है कि इस चैट में पेपर लीक करने वाले गैंग से मिले पैसे, अधिकारियों के स्थानान्तरण से मिले पैसे और साथ ही सरकारी जमीन के रिकॉर्ड साझा करने की जानकारी है।
ED ने कोर्ट में कहा कि जमीन घोटाले का यह मामला एक अन्य आरोपित भानू प्रताप प्रसाद के यहाँ छापेमारी से प्राप्त जमीन के दस्तावेजों के आधार पर दर्ज किया गया है। यह छापेमारी अप्रैल 2023 में हुई थी। ED को इसमें 11 बक्से भरकर जमीनों के दस्तावेज मिले थे। इसमें 17 जमीन के असली रिकॉर्ड के रजिस्टर शामिल थे। ED ने कहा कि झारखंड में एक जमीन हथियाने वाला सिंडिकेट काम कर रहा था। यह जमीनों से संबधित कागजों में गड़बड़ी करके उन्हें हथिया रहा था।
ED ने यह जानकारी हेमंत सोरेन से पूछताछ के दौरान उनके सामने भी रखी। एजेंसी का कहना है कि हेमंत सोरेन जाँच में सहयोग नहीं कर रहे हैं और स्वयं या खुद से जुड़े व्यक्तियों के जमीनों को हथियाने के मामले में सही तथ्य नहीं बता रहे हैं।
जाँच एजेंसी ने हेमंत सोरेन की उनके करीबी बिनोद सिंह के साथ व्हाट्सएप पर की गई बातचीत का रिकॉर्ड कोर्ट के सामने रखते हुए कहा, “आरोपित (हेमंत सोरेन) के सामने उनकी बिनोद सिंह के साथ हुई बातचीत का ब्यौरा भी रखा गया। यह बातचीत ना सिर्फ आपराधिक है, बल्कि इसमें कई संपत्तियों की जानकारी भी है। आरोपित ने इन बातचीत के रिकॉर्ड पर हस्ताक्षर भी नहीं किए हैं। हालाँकि, उन्होंने बिनोद सिंह के साथ बातचीत स्वीकारी है।”
ED ने कहा, “जिस व्हाट्सएप बातचीत का ब्यौरा दिया गया है उसमें मात्र सम्पत्ति ही नहीं बल्कि ट्रांसफर-पोस्टिंग और सरकारी रिकॉर्ड साझा करने सम्बन्धी जानकारियाँ भी हैं। इससे बड़ी मात्रा में पैसा बनाया गया है उसका लेनदेन किया गया है।” जाँच एजेंसी ED ने इसके साथ ही बिनोद सिंह के झारखंड में पेपर लीक से जुड़े होने का भी आरोप लगाया है। हेमंत सोरेन पर ED ने अपना मोबाइल भी जाँच के लिए नहीं देने का आरोप लगाया है।