…जब डीसी को ही भीड़ ने बना लिया बंधक, मचा हड़कंप, कई थानों की पहुंची पुलिस टीम ने किसी तरह से डीसी को निकाला…
...when the DC itself was taken hostage by the mob, there was a commotion, police teams from several police stations arrived and somehow rescued the DC...
DC Bane Bandhak: जिसके हाथों में पूरी कानून-व्यवस्था हो, अगर वहीं अफसर बंधक बना लिया जाये? तो फिर हालात का आकलन लगाया जा सकता है। भीड़ ने डीसी को ही बंधक बना लिया। घटना की जानकारी पुलिस को हुई तो हड़कंप मच गया। काफी मशक्कत के बाद डीसी को बाहर निकाला जा सका।
दरअसल मामला बेगुसराय का है, जहां DM तुषार सिंगला को भीड़ ने बंधक बना लिया। लोहियानगर गुमटी के नजदीक अवैध अतिक्रमण हटाने के विरोध में लोगों ने डीएम को बंधक बनाया था। इधर, सूचना मिलते ही डीएम को छुड़ाने के लिए आधा दर्जन से अधिक थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। काफी मशक्कत के बाद भीड़ से डीसी को निकाला जा सका।
आक्रोशित लोगों को कहना है कि यदि अतिक्रमण हटाना है तो फिर पहले उनके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। जानकारी के अनुसार रेलवे की ओर से लोहिया नगर गुमटी के पास बसे करीब 150 झोपड़पट्टी वाले घरों को हटाने का नोटिस दिया गया था, जिसे हटाने के लिए रेल पुलिस जेसीबी लेकर लोहिया नगर गुमटी के पास पहुंची थी।
इस दौरान लोगों ने अतिक्रमण हटाने का विरोध कर रहे थे। तभी जिलाधिकारी रेलवे गुमटी के पास संग्रहालय में निरीक्षण करने पहुंचे थे। लोगों को जानकारी मिली कि डीएम साहब संग्रहालय का निरीक्षण करने पहुंचे हुए है, इसी क्रम में आक्रोशित लोगों ने बड़े अधिकारी के आने की सूचना पर गोलबंदी कर संग्रहालय के मुख्य द्वार पर घेराव कर दिया।
जिलाधिकारी और उनकी गाड़ी को लोगों ने एक घंटे तक बंधक बनाए रखा. लोगों का गुस्सा भांपते हुए डीएम मुख्य द्वार से वापस होकर संग्रहालय के अंदर चले गए। घटना की सूचना मिलते ही बेगूसराय जिले के आधा दर्जन थाना की पुलिस सहित बड़ी संख्या में पुलिस लाइन के पुलिसकर्मी डीएम को छुड़ाने के लिए पहुंचे थे।
लोगों के आक्रोश को देखते हुए फिलहाल रेल पुलिस ने अतिक्रमण हटाने का काम स्थगित कर दिया. एसपी, डीएपसी, बीडीओ समेत कई बड़े अधिकारी लोगों को समझाने की कोशिश की।काफी देर तक समझाने का दौर चलता रहा, जिसके बाद भीड़ किसी तरह से डीसी को जाने देने को राजी हुई। करीब एक घंटे तक भीड़ में ही डीसी फंसे थे।