चंपई कैबिनेट का सबसे पावरफुल मंत्री कौन ? झामुमो और कांग्रेस में से किसे ज्यादा बड़ा ओहदा, क्या जल्द एक और मंत्री लेंगे शपथ
रांची। झारखंड में मंत्री मंडल का विस्तार हो गया। शपथ के बाद विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। विभागों के बंटवारे के साथ ही इस बात की चर्चा शुरू हो गयी है कि आखिर चंपई सरकार का कौन सा मंत्री कितना पावरफुल है। वैसे देखा जाये, तो ज्यादातर बड़े विभाग झामुमो के कोटे में ही है। चंपई सरकार का सबसे चौकाने वाला निर्णय शिक्षा विभाग को लेकर है। शिक्षा विभाग किसी को नहीं देकर खुद मुख्यमंत्री ने अपने पास रखा है। अमूमन शिक्षा विभाग कभी मुख्यमंत्री के पास नहीं होता है।
चंपई सोरेन ने जिस तरह से शिक्षा सहित कई विभाग अपने पास रखे हैं, उससे एक बात साफ है कि जल्द ही एक और मंत्री का शपथ ग्रहण हो सकता है। जिसके मुख्यमंत्री अपने पास रखे विभागों में से कुछ के प्रभार सौंप सकते हैं।
शिक्षा विभाग का स्वरूप काफी बड़ा है। चूंकि मुख्यमंत्री के पास कई जरूरी काम होते हैं, लिहाजा वो शिक्षा विभाग पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते, इसलिए ज्यादातर मुख्यमंत्री स्कूली शिक्षा जैसे विभाग अपने पास नहीं रखते। अब बात करते हैं मंत्रियों की, तो आलमगीर आलम के पास ग्रामीण विकास व पंचायती राज जैसे विभाग हैं। सत्यानंद भोक्ता का विभाग उद्योग को छोड़ और दो विभाग उतना बड़ा नहीं दिख रहा है।
रामेश्वर उरांव पहले की तरह ही पावरफुल हैं। उन्हें वित्त, वाणिज्य कर, सार्वजनिक वितरण जैसे बड़े विभाग हैं। बन्ना के पास पूर्व की ही तरह स्वास्थ्य विभाग है। बादल के पास भी पुराने की तरह ही कृषि और पशुपालन है। पहली बार मंत्री बनने के नजरिये से बसंत सोरेन को काफी बड़ा विभाग पीड्ब्ल्यूडी, इरीगेशन और भवन निर्माण विभाग मिला है। मिथिलेश ठाकुर को मध निषेध और पेयजल स्वच्छता और दीपक बरुआ को परिवहन जैसे संतुलित विभाग दिये गये हैं।
- ये है मंत्रियों का विभाग
- चम्पाई सोरेन, मुख्यमंत्री : कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग, गृह (कारा सहित) विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग तथा वैसे सारे विभाग जो अन्य मंत्रियों का आवंटित नहीं हैं। (जो किसी मंत्री को आवंटित नहीं किए गए हैं। इनमें उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग तथा स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग भी सम्मिलित हैं)
- आलमगीर आलम : ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज विभाग तथा संसदीय कार्य विभाग।
- सत्यानंद भोक्ता : श्रम नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग तथा उद्योग विभाग
- रामेश्वर उरांव : वित्त विभाग, योजना एवं विकास विभाग, वाणिज्य कर विभाग, खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग।
- दीपक बिरूआ : अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग (अल्पसंख्यक कल्याण को छोड़कर ) तथा परिवहन विभाग।
- बन्ना गुप्ता : स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग तथा आपदा प्रबंधन विभाग
- बादल : कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग
- मिथिलेश ठाकुर : पेयजल एवं स्वच्छता विभाग तथा उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग
- बसंत सोरेन : पथ निर्माण विभाग, भवन निर्माण विभाग, जल संसाधन विभाग
- हफीजुल हसन : अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, निबंधन विभाग, पर्यटन, कला-संस्कृति, खेल-कूद एवं युवा कार्य विभाग
- बेबी देवी : महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग।