जवान ने ASI को क्यों मारी थी गोली? जवान ने क्यों शुरू की थी फायरिंग? गिरफ्तार सिपाही चुनाव ड्यूटी से लौटने के बाद ही सनका हुआ था…
रांची। जवान अनंत सिंह ने आखिरकार ASI धर्मेंद्र सिंह को गोली क्यों मार दी? क्या वो पहले से ही एएसआई से खुन्नस खाये बैठा था? या फिर गोलीबारी में एएसआई की जान चली गयी। झारखंड के लोहरदगा में जवान की गोली से ही ASI की मौत के बाद विभाग में हड़कंप मचा है। काफी मशक्कत के बाद आरोपी जवान अनंत सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन कई सवालों पर अभी भी पर्दा डला है। पुलिस पूछताछ में भी आरोपी लगातार गोलमोल जवाब देता दिख रहा है।
एसपी बंगले के बाहर घटे इस गोलीकांड से इलाके में सनसनी मची है। घटना को लेकर जो अब तक की कहानी सामने आयी है, उसके मुताबिक चुनाव ड्यूटी में अनंत सिंह की तैनाती थी। चुनाव ड्यूटी से लौटने के बाद वे परेशान और तनाव में थे। घर पर हल्की नोंकझोंक भी हुई थी। चूंकि वे लोकसभा चुनाव में तैनात थे इस कारण उनके पास 100 से अधिक गोलियां थी। घटना वाली रात के वक्त आरोपी सिपाही ने अचानक पत्नी और बच्चों को घर के एक कमरे में बंद कर दिया।
इस दौरान उसने अपनी सर्विस इंसास राइफल से फायरिंग की। गोलीबारी से पत्नी काफी डर गयी और इसकी जानकारी पत्नी ने फोन के जरिए एसपी कोठी कंट्रोल रूम में दी। सूचना पर ASI धर्मेंद्र सिंह अन्य जवानों के साथ अनंत सिंह के पास पहुंचे और वे उन्हें समझाने बुझाने लगे और उनसे इंसास राइफल लेने का प्रयास किया। इस दौरान अनंत ने एएसआई को सीने में गोली मार दी। एएसआई को गोली लगते ही एएसआई के साथ वहां पहुंचे जवान और अनंत की पत्नी घर से भाग गये।
घटना के बाद आरोपी ने सिपाही अनंत सिंह मुंडा खुद को एक कमरे में बंद कर लिया था। करीब 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के आज सुबह आठ बजे उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस पूछताछ में लगातार उससे ये जानने की कोशिश की, वो गोलियां किस मकसद से चला रहा था, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। अनंत सिंह मुंडा रांची के बुंडू प्रखंड के रहने वाले है और वे इस समय अपनी पत्नी और बच्चों के साथ लोहरदगा नगर पर्षद के पूर्व डिप्टी चैयरपर्सन बलराम साहू के घर पर किराए में रहते हैं।