लेडी SDM ने तोड़ा दम, अचानक बिगड़ी थी तबीयत, इलाज के दौरान थमी सांसें, डीसी ने दिये जांच के आदेश

By :  Ashrita
Update: 2024-09-19 11:35 GMT

SDM Priyanka Bishnoi: राज्य प्रशासनिक सेवा की अफसर प्रियंका की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी। अचानक से SDM प्रियंका की तबीयत बिगड़ी थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। करीब 15 दिन जिंदगी की जंग लड़ने के बाद उन्होंने दम तोड़ दिया। राजस्थान राज्य प्रशासनिक सेवा की अफसर प्रियंका जोधपुर एसीएम भी रह चुकीं थी। प्रियंका बिश्नोई का 10 दिन अहमदाबाद के एक अस्पताल में इलाज चला, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।

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जानकारी के मुताबिकि प्रियंका बिश्नोई ने जोधपुर के वसुंधरा हॉस्पिटल में बच्चेदानी का ऑपरेशन करवाया था, लेकिन हालत बिगड़ने के बाद उन्हें अहमदाबाद के सिम्स ले जाया गया था। परिवार ने जोधपुर के डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है। कलेक्टर के आदेश पर मामले की जांच की जा रही है। प्रियंका विश्नोई 2016 में राज्य प्रशासनिक सेवा की टॉपर थी। जोधपुर की सहायक कलक्टर प्रियंका विश्नोई बुधवार को अहमदाबाद के एक अस्पताल में उपचार के दौरान जिंदगी की जंग हार गईं।

परिजनों के मुताबिक प्रियंका विश्नोई का 6 सितम्बर को जोधपुर में ऑपरेशन किया गया था। उसके अगले दिन उनकी इलाज के दौरान तबीयत बिगड़ गई थी। उसके बाद विश्नोई को अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में रेफर किया गया। करीब 10 दिन बाद बुधवार रात को उन्होंने अंतिम सांस ली। इधर एसडीएम प्रियंका विश्नोई के इलाज में लापरवाही की शिकायत पर जांच के लिए उच्चस्तरीय कमेटी गठित करने के निर्देश दिए थे। वसुंधरा अस्पताल में हुए इलाज की जांच के लिए डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज की प्राचार्या ने कमेटी में डॉ. रंजना देसाई, डॉ. इंदू थानवी, डॉ. विजय शर्मा, डॉ. शुभकरण खींचड़ व डॉ. नवीन पालीवाल को शामिल किया है।

टॉपर स्टूडेंट और धाकड़ अफसर थी प्रियंका

प्रियंका बीकानेर जिले में एक छोटे से गांव की रहने वाली थी। प्रियंका विश्नोई 2016 में आरएएस परीक्षा में सफल हुई। प्रियंका ने अपनी RAS की जर्नी एक इंटरव्यू में शेयर करते हुए बताया था कि ‘8वीं क्लास में एक प्रतियोगिता के दौरान उन्हें उपखंड अधिकारी से सम्मानित किया गया था और तभी से उनका रूतबा और लाल बत्ती की गाडी देखकर उनके मन में सिविल सेवा में जाने का सपना जाग उठा था। जिसके लिए पिता ने भी उन्हें काफी मोटीवेट किया था।

हालांकि ग्रेजुएशन के बाद प्रियंका ने बैंकिंग क्षेत्र में भी हाथ आजमाया और चयनित भी हुईं लेकिन डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में आगे नहीं बढ़ सकीं। इसके बाद आरएएस की तैयारी शुरू करके 2016 में सफलता प्राप्त की। जिसके बाद जोधपुर में सहायक कलक्टर (SDM) के पद पर कार्यभार संभाला, और अपनी कड़ी मेहनत व ईमानदारी और धाकड़ रुतबे के लिए पहचानी गईं। विश्नोई के पति विक्रम विश्नोई फलोदी में आबकारी निरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं।

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