29 अक्टूबर से 8 नवंबर तक छुट्टी बैन: कर्मचारियों को लिए जारी हुआ आदेश, बिना अनुमति नहीं छोड़ सकेंगे मुख्यालय, विशेष स्थिति में....
Holiday Cancelled: कर्मचारियों और अधिकारियों की छुट्टी पर बैन लगा दिया गया है। 29 अक्टूबर से 8 नवंबर तक किसी भी अधिकारी-कर्मचारी को छुट्टी नहीं मिलेगी। इसे लेकर डीसी ने आदेश जारी कर दिया है।
डीसी ने अपने आदेश में कहा है कि बहुत ही आपात स्थिति में छुट्टी सिर्फ डीसी कार्यालय से ही स्वीकृत किया जायेगा। दरअसल ये आदेश आगामी छठ पूजा के मद्देनजर जारी किया गया है। दरअसल पटना जिला प्रशासन छठ महापर्व को लेकर अलर्ट मोड में हैं।
डीसी डॉ. चन्द्रशेखर सिंह के निर्देश पर दिवाली और छठ महापर्व को लेकर जिला, अनुमंडल, प्रखंड-स्तरीय सभी पदाधिकारियों, तकनीकी पदाधिकारियों और पर्यवेक्षकीय स्तर के पदाधिकारियों की छुट्टी पर 29 अक्टूबर से 8 नवंबर तक रोक लगा दी गई है।
विशेष परिस्थिति में अगर छुट्टी की जरूरत पड़ती है, तो स्पष्ट कारण का उल्लेख करते हुए आवेदन डीएम कार्यालय में देंगे। अनुमति मिलने के बाद ही मुख्यालय छोड़ेंगे। डीसी ने अपने आदेश में कहा है कि यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा।
आपको बता दें कि गंगा नदी के 109 घाटों को 21 सेक्टर में बांटा गया है। सेक्टर पदाधिकारियों और सेक्टर पुलिस पदाधिकारियों के नेतृत्व में डेडिकेटेड टीम एक्टिव है। निर्धारित SOP के तहत घाटों को तैयार किया जा रहा है। व्रतियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है।
इस बार 45 पार्क और 63 तालाबों में भी व्रतियों के लिए सभी सुविधा रहेगी।घर, अपार्टमेंट की छत या पार्क में छठ करने वाले परिवारों के लिए गंगाजल पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से विशेष व्यवस्था की जाएगी। टैंकर के माध्यम से गंगाजल उपलब्ध कराया जाएगा।
छठ पूजा शुभ मुहूर्त (Chhath Puja 2024 Subh Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि 07 नवंबर को देर रात 12 बजकर 41 मिनट पर शुरू होगी और 08 नवंबर को देर रात 12 बजकर 34 मिनट पर समाप्त होगी। अत: 07 नवंबर को संध्याकाल का अर्ध्य दिया जाएगा। इसके अगले दिन यानी 08 नवंबर को सुबह का अर्घ्य दिया जाएगा।
कब है नहाय खाय ? (kab hai Nahay Khay)
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को नहाय खाय होता है। इस दिन व्रती गंगा समेत पवित्र नदियों में स्नान-ध्यान के बाद सूर्य देव की पूजा करते हैं। इसके बाद सात्विक भोजन ग्रहण करती हैं। भोजन में चावल-दाल और लौकी की सब्जी ग्रहण करती हैं। पंचांग गणना के अनुसार, 05 नवंबर को नहाय खाय है।
कब है खरना ? (Kab hai Kharna)
लोक आस्था महापर्व के दूसरे दिन यानी कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी को खरना मनाया जाता है। इस दिन व्रती दिन भर निर्जला उपवास रखती हैं। संध्याकाल में स्नान-ध्यान कर छठी मैया के निमित्त पूजा करती हैं।
पूजा के बाद व्रती प्रसाद ग्रहण करती हैं। इसके बाद निर्जला व्रत की शुरुआत होती है। इस वर्ष 06 नवंबर को खरना है।