बांग्लादेश में राष्ट्रगान पर विवाद : कट्टरपंथियों का आरोप, बोले - भारत ने हम पर थोपा, यूनुस सरकार का कड़ा जवाब

Update: 2024-09-08 09:47 GMT

ढाका। बांग्लादेश में हिंसा थमने के बाद एक नया मुद्दा सामने आया है। अब राष्ट्रगान 'आमार सोनार बांग्ला' को लेकर काफी विवाद है। खास तौर पर, जमात-ए-इस्लामी के पूर्व नेता गुलाम आज़म के बेटे अब्दुल्लाह अमन आज़मी ने बांग्लादेश के राष्ट्रगान और संविधान दोनों में संशोधन की मांग की है।

आजमी बोले - भारत ने थोपा है हम पर

जनरल अमान आजमी ने कहा, "मैं राष्ट्रगान का मामला इस सरकार पर छोड़ता हूँ। हमारा वर्तमान राष्ट्रगान हमारे स्वतंत्र बांग्लादेश के अस्तित्व का खंडन करता है। यह बंगाल के विभाजन और दो बंगालों के विलय के समय को दर्शाता है। दो बंगालों को एकजुट करने के लिए बनाया गया एक राष्ट्रगान एक स्वतंत्र बांग्लादेश का राष्ट्रगान कैसे हो सकता है?" आजमी ने आगे कहा कि, यह राष्ट्रगान 1971 में भारत द्वारा हम पर थोपा गया था। ऐसे कई गीत हैं जो राष्ट्रगान के रूप में काम कर सकते हैं। सरकार को एक नया आयोग गठित करना चाहिए जो नया राष्ट्रगान चुने। उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश का राष्ट्रगान प्रसिद्ध बंगाली रचनाकार रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा रचित था।

"
"

सरकार ने क्या कहा?

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में धार्मिक मामलों के सलाहकार अबुल फैज मुहम्मद खालिद हुसैन ने शनिवार को कहा कि देश के राष्ट्रगान को बदलने की कोई योजना नहीं है। पद्मा नदी के उत्तरी तट पर स्थित राजशाही में इस्लामिक फाउंडेशन के दौरे के बाद हुसैन ने स्थानीय मीडिया के हवाले से कहा कि अंतरिम सरकार ऐसे काम नहीं करेगी जिससे विवाद पैदा हो; बल्कि इसका उद्देश्य सभी के सहयोग से एक सुंदर बांग्लादेश का निर्माण करना है।

Tags:    

Similar News