झारखंड में सहायक पुलिसकर्मियों को क्या -क्या मिलेगा, जानिये समझौते के बाद कितनी बदल जायेगी सहायक आरक्षकों की स्थिति, कैबिनेट में...
Sahayak Arkashak News : 20 दिन के आंदोलन के बाद सहायक पुलिसकर्मियों का आंदोलन स्थगित हो गया है। कहा जा रहा है चुनाव को देखते हुए सहायक आरक्षकों की मांगें सरकार जल्द पूरा कर देगी। सरकार के प्रतिनिधि के साथ हुई बातचीत के बाद आखिर क्या कुछ सहायक आरक्षकों को मिलने वाला है। क्या जिन मांगों पर सहमति बनी है, क्या वाकई में उससे उनकी मांगें पूरी जायेगी, चलिये जानते हैं विस्तार से...
22 सौ सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों पर सबसे बड़ा फैसला मानदेय को लेकर हुआ है। सहायक पुलिसकर्मियों के मानदेय में 30 फीसदी की बढ़ोत्तरी की जाएगी। मतलब करीब 3000-4000 रुपये की बढोत्तरी मानदेय में प्रतिमाह सहायक आरक्षकों की बढ़ोत्तरी हो जायेगी। हालांकि जिस तरह की मांगें सहायक आरक्षकों की थी, उससे मानदेय की ये राशि काफी कम होगी। वो मानदेय में बढोत्तरी के बावजूद पुलिसकर्मियों के वेतन की तुलना में अभी भी आधे से कम ही रह जायेंगे। सरकार के साथ हुई बातचीत के दौरान सहायक पुलिस कर्मियों को लिखित में आश्वासन दिया गया है, कि 24 जुलाई को होने वाली कैबिनेट की मीटिंग में उनका प्रस्ताव रखा जायेगा।
वहीं अन्य मांगों में एक वर्ष का सेवा अवधि विस्तार के साथ पुलिस, वन रक्षी,उत्पाद विभाग, होमगार्ड विभाग में 10 प्रतिशत पद सहायक पुलिस कर्मियों के लिए आरक्षित होंगे,इसके साथ-साथ आयु सीमा में भी 10 साल की छूट दी जाएगी। वहीं मेडिक्लेम की राशि को पचास हजार से बढ़ा कर एक लाख किए जाने पर सहमति बनीं.वही अब सहायक पुलिसकर्मियों को सामान्य दुर्घटना में होनेवाली मौत की राशि को दो लाख से बढ़ा कर चार लाख करने के साथ ही वर्दी भत्ता भी सामान्य पुलिसकर्मी की तरह सहायक पुलिस कर्मियों को भी देगी. महिला सहायक पुलिसकर्मियों को मातृत्व अवकाश का लाभ भी दिया जाएगा।
2500 सहायक आरक्षक अभी हैं झारखंड में
झारखंड में 12 नक्सल प्रभावित जिलों के युवा नक्सली बनकर सत्ता से संघर्ष ना करें इसके लिए उन्हें सहायक पुलिस की नौकरी दी गई। इन 12 जिलों से 2500 सहायक पुलिस बनाए गए। नक्सल प्रभावित जिलों के 2500 में से 2200 युवा अब भी संघर्ष कर रहे हैं। इन सभी की नौकरी पर अब संकट है। इसी को लेकर वे तीसरी बार आंदोलन कर रहे थे। बीते 19 जुलाई को सभी सहायक पुलिस अधिकारियों ने सीएम हाउस घेराव किया था। तब लाठी चार्ज किया गया था।