Petrol-Diesel Price: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बड़ा बदलाव! जानें आपके शहर में ईंधन की कीमतें
Petrol-Diesel Price Update: भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में पिछले कुछ समय से स्थिरता बनी हुई है, जिससे आम जनता को राहत मिल रही है. 3 फरवरी 2025 को इन ईंधनों की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा गया है. हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है, जो भविष्य में भारतीय बाजार पर असर डाल सकता है. आइए, जानते हैं कि आज पेट्रोल और डीजल की ताजा कीमतें क्या हैं और इनकी स्थिरता के पीछे के कारण क्या हैं.
पेट्रोल और डीजल के ताजा भाव
भारत के प्रमुख शहरों में 3 फरवरी 2025 को पेट्रोल और डीजल की कीमतें इस प्रकार हैं:
पेट्रोल की कीमतें
- दिल्ली: ₹96.72 प्रति लीटर
- मुंबई: ₹106.31 प्रति लीटर
- कोलकाता: ₹106.03 प्रति लीटर
- चेन्नई: ₹102.63 प्रति लीटर
- बेंगलुरु: ₹101.94 प्रति लीटर
डीजल की कीमतें
- दिल्ली: ₹89.62 प्रति लीटर
- मुंबई: ₹94.27 प्रति लीटर
- कोलकाता: ₹92.76 प्रति लीटर
- चेन्नई: ₹94.33 प्रति लीटर
- बेंगलुरु: ₹92.42 प्रति लीटर
ईंधन की कीमतों में स्थिरता का कारण
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हाल ही में जो स्थिरता देखी जा रही है, उसके पीछे कई कारण हैं:
1. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की स्थिर कीमतें
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 80-85 डॉलर प्रति बैरल के आसपास बनी हुई हैं. यह स्थिरता भारतीय बाजार में ईंधन की कीमतों को स्थिर रखने में मदद कर रही है, जिससे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं हो रहा है.
2. सरकार द्वारा करों में कोई नया संशोधन नहीं
हाल ही में भारतीय सरकार ने ईंधन पर करों में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया है. यदि सरकार नए करों की घोषणा करती तो इसका सीधा असर कीमतों पर पड़ता. लेकिन इस समय, करों में स्थिरता रही है, जिससे कीमतें नियंत्रण में बनी हुई हैं.
3. डिमांड और सप्लाई का संतुलन
पेट्रोल और डीजल की मांग और आपूर्ति के बीच एक अच्छा संतुलन बना हुआ है. जैसे-जैसे वैश्विक आपूर्ति और मांग के बीच संतुलन बना रहता है, वैसे-वैसे भारतीय बाजार में भी स्थिरता बनी रहती है, और कीमतें ज्यादा नहीं बदलतीं.
अंतरराष्ट्रीय बाजार का असर
वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतें फिलहाल 80-85 डॉलर प्रति बैरल के बीच बनी हुई हैं, जो भारतीय बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमतों की स्थिरता को बनाए रखने में मदद कर रही हैं. हालांकि, ओपेक देशों के उत्पादन में बदलाव और वैश्विक मांग में उतार-चढ़ाव के कारण भविष्य में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव हो सकता है. यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव होता है, तो इसका सीधा असर भारतीय बाजार पर पड़ेगा और हमें पेट्रोल और डीजल की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है.