VIDEO- हमनी सब जहां तक पारबे…. जइसन पारबे लड़बे….जयराम महतों ने की कैमरून में फंसे मजदूरों से बात, सदन में मुद्दा उठाने के बाद मिला मजदूरों को वेतन

VIDEO- Hamani sab jahan tak parbe....Jaisan parbe ladbe....Jairam Mahato talked to the laborers trapped in Cameroon, after raising the issue in the House, the laborers got their salaries

Jairam Mahto News: विधानसभा में प्रवासी मजदूरों का मुद्दा जयराम महतो ने पूरजोर तरीके से उठाया। विधानसभा में इस मुद्दे के उठने का असर ये हुआ कि कैमरुन में फंसे मजदूरों को उनका वेतन जारी कर दिया गया। हालांकि अभी भी पूरी तरह से उन्हें राहत नहीं मिल पायी है। खुद डुमरी विधायक जयराम महतो ने इस मामले को लेकर कैमरुन में फंसे मजदूरों से वीडियो कॉल पर बात की। विधायक जयराम ने आश्वस्त किया कि वो आगे भी मजदूरों की समस्याओं को लेकर लड़ाई लड़ते रहेंगे।

यहां देखें वीडियो 👇 👇 👇 👇 


जयराम महतो ने मजदूरों से पूछा कि उन्हें पगार दी गयी है या नहीं। जवाब में मजदूरों ने बताया कि उन्हें तीन महीने का पगार दिया गया है। पहले जिस तरह की खाने पीने की दिक्कत थी, उसमें अब काफी कुछ सुधार हुआ है, हालांकि अभी भी काफी दिक्कत है। जिसके बाद जयराम महतो ने बताया कि प्रवासी मजदूरों को मुद्दा उन्होंने विधानसभा में उठाया है।

 

विधायक ने पूछा कि उन्हें कंपनी की तरफ से ही वेतन भुगतान कर दिया गया है? या फिर भारतीय एंबेसी ने मदद की है, जवाब में मजदूरों ने बताया कि उन्हें अभी तो कंपनी की तरफ से ही मदद दी गयी है। विधायक ने कहा कि वो उनकी लड़ाई आगे भी लड़ेंगे। जयराम महतो ने मजदूरों को ये भी कहा कि अगले बार जब भी देश से बाहर काम करने जायें, तो टर्म एंड कंडीशन को जरूर देख लें।

झारखंड: मुख्यमंत्री दुबई और कनाडा शिफ्ट हो जायेंगे... जयराम महतो का बड़ा बयान, अगले 10 सालों में जमा पूंजी लेकर विदेश....

 

आपको बता दें कि झारखंड के प्रवासी मजदूरों के विदेश में फंसे होने का मामला जयराम महतो ने विधानसभा में अपने पहले ही भाषण में उठाया था। उन्होंने कहा झारखंड के 47 प्रवासी मजदूर अफ्रीका के कैमरून में फंसे हैं। इनमें बोकारो, गिरिडीह और हजारीबाग जिले के मजदूर शामिल हैं। बता दें कि झारखंड के 47 प्रवासी मजदूर कैमरून में फंसे हैं. पिछले 4 महीने से इन मजदूरों को कंपनी द्वारा मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है. इस वजह से मजदूरों के सामने खाने-पीने का संकट खड़ा हो गया है।

Related Articles

close