40- 40 लाख में NEET का पर्चा बेचा, पढ़िए कौन है इसका मास्टर माइंड,कहां से हुआ पर्चा लीक,अबतक का सबसे बड़ा खुलासा

देश भर में NEET परीक्षा पत्र लीक कर बच्चों का भविष्य अधंकार में झोंकने वाले गिरोह के तार का खुलासा हो रहा है। स्पोर्ट्स की दुकान चलाने वाले और चपरासी कैसे इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे रहे है, पढ़िए रिपोर्ट...

By :  HPBL
Update: 2024-06-23 15:53 GMT

रांची / देवघर। NEET परीक्षा पेपर लीक का तार अब झारखंड से जुड़ गया है.देवघर से छ शातिर को गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही इस पेपर लिंक का तार देवघर,हजारीबाग और रांची से सामने आया है. पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है.सूत्रों की माने पेपर लीक का मास्टर माइन्ड सिकंदर का लिंक रांची से है. सिकंदर के बेटे की रांची में एक दुकान है. अब पुलिस इस पूरे कड़ी को जोड़ने की कोशिश कर रही है.साथ ही रांची के छात्रों का भी ब्योरा खंगालने में लगी है. आखिर जिसके पास पेपर पहले पहुंचा उन्हे कैसे मिला.

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नीट पेपर लीक मामले के तार अब झारखंड से जुड़ते नजर आ रहे हैं. बिहार पुलिस देवघर से आधा दर्जन आरोपी को गिरफ्तार किया है. सभी आरोपी देवघर जिले के देवीपुर थाना क्षेत्र स्थित एम्स के नजदीक झुनू सिंह के मकान में किरायेदार बनकर रह रहे थे. सभी आरोपी पटना के शास्त्रीनगर थाना (काण्ड संख्या-358/2024) में दर्ज मामले में संदिग्ध है.

गिरफ्तार आरोपी में बिहार के नालंदा जिले के छविलापुर थाना क्षेत्र स्थित बलदार विगहा निवासी पंकु कुमार, परमजीत सिंह उर्फ बिट्टू, चिन्टु उर्फ बालदेव कुमार, नुरसराय थाना क्षेत्र के दरुआरा निवासी काजु उर्फ प्रशांत कुमार, एकंगरसराय थाना क्षेत्र के अजीत कुमार और राजीव कुमार उर्फ कारू का नाम शामिल है.


Infinity Sports का दुकान चलाता मास्टर माइंड

सिकंदर यादव की गिरफ़्तारी हो चुकी है. इस दौरान पुलिस की पूछताछ में खुलासे हो रहे है. इस बीच ही रांची से कनेक्शन सामने आया है. पुलिसिया जांच में यह भी बात सामने आई है कि हरमू स्थित Infinity Sports नामक दुकान सिकंदर के बेटे होमी आनंद की है. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं है.अब पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच का रही है. हो सकता है कि Infinity Sports के मालिक होमी आनंद को हिरासत में लेकर पूछताछ कर सकती है

जानकारी के मुताबिक पेपर लीक का सरगना संजीव मुखिया के नीचे अमित आनंद और नीतीश काम कर रहे थे. अमित आनंद लाइजनर का काम करता है. नीतीश अमित आनंद का दोस्त है.जानकारी के अनुसार जैसे जैसे तफ्तीश आगे बढ़ रही है इसके तार कई राज्यों से जुड़ते जा रहे है। 

सिकंदर ने अनुराग और आयुष जैसे कई अभ्यर्थियों को पास कराने का ठेका लिया था. चिंटू के मोबाइल पर पेपर के जवाब आए थे. चिंटू ने जवाब पिंटू को दिए और फिर प्रिंटर साथ लेकर चल रहे पिंटू ने सारे सवालों के जवाब प्रिंट किए. चिंटू-पिंटू के जरिए भेजे गए सवालों के जवाब रातों रात पटना के लर्न एंड प्ले स्कूल भेजे गए. जहां पहले से मौजूद अनुराग और आयुष जैसे छात्रों ने जवाब का रट्टा मारा और अगली सुबह एग्जाम देने गए.

 पूरे खेल का मास्टर माइन्ड की जानिए

इस पूरे पेपर लिंक में संजीव मुखिया उर्फ लूटन मेन कड़ी है. बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला है. पहले यह सरकारी विभाग में चपरासी की नौकरी करता था. बाद में नौकरी छोड़ राजनीति में कदम रखा और मुखिया का चुनाव लड़ कर जीत का माला पहन लिया. राजनीति में आने के बाद इसके लिंक बड़े नेताओं से जुडने लगे. यही वजह है कि इसका रसूख बढ़ता गया. और आखिर में पेपर लीक करने का खेल शुरू कर दिया. इसका बेटा संजीव पहले से BPSC पेपर लीक मामले में जेल में बंद है. 

40 लाख में हुआ सौदा

   रांची के अभिषेक कुमार को भी पुलिस तलाशने में जुटी है. बताया जा रहा है कि अभिषेक ने बिहार के सिंकन्दर से जुड़े एक व्यक्ति से 40 लाख में पेपर की खरीददारी की थी. अब अभिषेक ने कितने छात्रों को पेपर दिया यह तो जांच के बाद ही खुलासा हुआ है. अभिषेक का नाम सिकंदर ने ही पुलिस को पूछताछ में बताया है.इसके अलावा बिहार के गया, समस्तीपुर और पटना के छात्रों को भी पेपर की बिक्री की गई है. 

अभिशेष और सिकंदर के बीच की कड़ी को तलाशने में पुलिस लगी है। परंतु अब तक ये तो पता चला  है की हजारीबाग सेंटर से प्रश्नपत्र लीक हुआ था। परंतु अब भी गिरोह में शामिल कई सफेदपोश तक पुलिस का पहुंचना बाकी है। वर्षो से परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी के दिल पर क्या गुजरती होगी जब रात दिन एक कर डॉक्टर बनने का सपना देख रहे बच्चे सफलता से महरूम होकर पर्चा खरीदने वाले को डॉक्टर बनते देख रहे होंगे।

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