IAS को लेकर झारखंड में भाजपा-झामुमो आमने सामने, JMM बोली, एक दलित आईएएस के लिए ऐसे शब्द...

By :  Aditya
Update: 2024-10-16 16:44 GMT

IAS Manjunath Bhajantri : रांची के डीसी बनने के बाद से ही मंजूनाथ भजंत्री लगातार सुर्खियों में है। निशिकांत दुबे तो मंजूनाथ को लेकर हमलावर थे ही, चुनाव आयोग ने भी सख्ती दिखाकर आईएएस की मुश्किलें बढ़ा दी थी।

अब मंजूनाथ भजंत्री को लेकर झामुमो बचाव में आ गयी है। आईएएस को लेकर लगातार हो रही निशिकांत दुबे की टिप्पणी के बाद अब झामुमो ने इस मामले में दलित कार्ड खेल दिया है।

निशिकांत दुबे ने आचार संहिता के पहले हटाये गये रांची डीसी मंजूनाथ को लेकर सोशल मीडिया हैंडल X पर पोस्ट किया था, उन्होंने लिखा था, अंधेर नगरी चुनाव आयोग रॉंची के हंसेंडी उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री को हेमंत सोरेन जी ने सेल्फ़ हेल्प ग्रुप यानि महिलाओं को झामुमो व कॉंग्रेस को वोट दिलवाने के लिए पोस्ट किया है ।

कल आचार संहिता लागू होने के बाद भंजतरी कितने बार मंत्री ग्रामीण विकास व सचिव से मिले ?इसकी जॉंच कर अधिकारी को बर्खास्त करिए।

इधर निशिकांत दुबे के इस पोस्ट पर झामुमो ने तीखी नाराजगी जतायी है। झामुमो ने इस इस पोस्ट पर रिट्वीट करते हुए लिखा है कि एक दलित IAS अफ़सर के लिए इनके शब्द सुनिए ? आख़िर दलित/आदिवासी ही इन लोगों के निशाने पर क्यों रहते हैं ? और इसमें से अगर एक बेहद ग़रीब घर से निकला दलित IAS बन गया और इनके सामने झुका नहीं तो सामंतवादियों को बर्दाश्त कैसे होगा ?

उसे हर रोज़ नीचा दिखाया जाएगा उसे हर रोज़ ज़लील किया जाएगा और भाजपा ताली - थाली बजाएगी। क्यों अमर बाउरी जी थोड़ी शर्म बची है इसे देख कर ?

जानिए कौन हैं मंजूनाथ भजंत्री

आईआईटी-बॉम्बे से बी.टेक स्नातक और एक ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले, मंजूनाथ भजंत्री झारखंड कैडर के 2011-बैच के आईएएस अधिकारी हैं।

उन्हें 2020 के अंत में झारखंड में सेवा करने के लिए लौटने से पहले मोदी सरकार के तहत, राज्य मंत्री, रेल के निजी सचिव और नीति आयोग के उपाध्यक्ष सहित विभिन्न पदों पर प्रतिनियुक्त किया गया था।

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