कल्पना सोरेन ने दे दिया अब चुनाव को लेकर नया श्लोगन, सोशल मीडिया व सभाओं में खूब गूंजता है ये श्लोगन, जानिये क्या है वो...

By :  Aditya
Update: 2024-10-21 16:19 GMT

Jharkhand Election: झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर वादों और दावों के बीच नारों और श्लोगन की खूब चर्चा हो रही है। हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद से बहुत कम वक्त में कल्पना सोरेन ने तेजी से राजनीति की ऊंचाईयों को चढ़ा है।

वो लगातार दौरा करती है, चुनाव मंचों पर लच्छेदार भाषण देती और हेमंत सोरेन और झारखंड सरकार के पूरजोर प्रचार करती है। इस बीच कल्पना सोरेन ने एक नया श्लोगन झारखंड के चुनाव को लेकर दिया है।

वो श्लोगन है “ झारखंड का एक ही नारा, हेमंत दोबारा”। कल्पना सोरेन अब मंच ये भी कहती हुई सुनायी देती है....जेल का जवाब, जीत से दो...

सोशल मीडिया हैंडल पर कल्पना सोरेन ने अपने सभी पोस्ट के साथ इस श्लोगन को ही लिख रही है। आपको बता दें कि कल्पना सोरने ने जब हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद उनके सोशल मीडिया को संभाला था, तो उस दौरान भी भी उन्होंने हेमंत सोरेन के समर्थन में एक से बढ़कर श्लोगन दिया था, वो श्लोगन ऐसे थे, तो जनता की जुबाना पर चढ़े थे।


यहां तक सार्वजनिक सभाओं में भी उस श्लोशन की गूंज खूब सुनायी पड़ती थी। अब चुनाव के वक्त कल्पना ने एक नया श्लोगन झारखंड का एक ही नारा...हेमंत दोबारा दिया है।

कल्पना सोरेन लगातार कर रही है दौरा

कल्पना सोरेन ने रविवार को डुमरी विधानसभा में सभा को संबोधित किया। इस सीट पर जयराम महतो भी चुनाव लड़ रहे हैं।


कल्पना सोरेन ने बेबी देवी के समर्थन में प्रचार करते हुए कहा कि हमारा परिवार है, और इस परिवार की सेवा में स्वर्गीय जागरनाथ महतो जी ने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने हर एक सांस झारखण्ड और डुमरी के लोगों की भलाई के लिए जिया, उनके विकास और अधिकारों के लिए संघर्ष किया।

आज जब वो हमारे बीच नहीं हैं, तो उनकी विरासत और उनके सपनों को पूरा करने का जिम्मा आपकी माता स्वरूप बेबी देवी जी ने उठाया है। वो दादा जागरनाथ महतो के अधूरे सपनों को साकार करने के लिए मैदान में उतरी हैं। आपको बेबी देवी जी का साथ देना होगा ताकि स्वर्गीय जागरनाथ दादा का सपना साकार हो सके, और डुमरी का विकास नई ऊँचाइयों तक पहुंचे।


अब वक्त आ गया है, एकजुट होकर बेबी देवी जी को विजयी बनाने का! डुमरी में झामुमो का परचम लहराना तय है, बेबी देवी की जीत अब पूरी तरह निश्चित है। यह सिर्फ चुनाव नहीं, जगरनाथ दादा के अधूरे सपनों को पूरा करने की लड़ाई है।

Tags:    

Similar News