सोशल मीडिया से तुरंत हटाई जाए कोलकाता रेप पीड़िता की तस्वीर और पहचान, सुप्रीम कोर्ट का कड़ा आदेश, कहा...
Kolkata Doctor Murder Case: सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर से कथित दुष्कर्म और हत्या मामले की मंगलवार को सुनवाई की। सुप्रीम कोर्ट के स्वत: संज्ञान वाले इस मामले में कोर्ट ने कई निर्देश दिए हैं. इसी कड़ी में कोर्ट ने दुष्कर्म और हत्या की शिकार डॉक्टर की पहचान और शरीर का खुलासा करने वाली सभी तस्वीरें और वीडियो को हटाने का निर्देश दिया है।
याचिकाकर्ता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक दुष्कर्म पीड़िता की पहचान को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। इसके बाद भी पीड़िता की तस्वीर सोशल मीडिया पर है. सुप्रीम कोर्ट ने सभी जगहों से पीड़िता की तस्वीर हटाने का निर्देश दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल प्रभाव से सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म से पीड़िता की फोटो हटाने को कहा है. बता दें कि कानूनन किसी रेप पीड़िता की सहमति से ही उसकी पहचान उजागर की जा सकती है. तभी 2012 दिल्ली गैंगरेप पीड़िता को भी असली नाम की जगह 'निर्भया' कह कर पुकारा गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोशल मीडिया से कोलकाता रेप पीड़िता की फोटो हटाने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने पहचान उजागर करने वाले कुछ मीडिया संस्थानों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के खिलाफ दाखिल याचिका पर सुनवाई करते हुए सख्त नाराजगी भी जताई।
सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि मीडिया संस्थान जिस तरह से कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दरिंदगी की शिकार हुई पीड़िता का नाम और उसकी पहचान उजागर कर रहे हैं, वो पूरी तरह गलत है. इसके साथ ही कहा कि ये सुप्रीम कोर्ट के फैसले में दी गई व्यवस्था के भी खिलाफ है क्योंकि रेप पीड़िता की पहचान उजागर नहीं की जा सकती।
पुलिस ने बताया कि स्टूडेंट ने सोशल मीडिया पर तस्वीर शेयर कर ट्रेनी डॉक्टर की जानकारी पब्लिक डोमेन में डाली। पोस्ट में उसने CM ममता बनर्जी को जान से मारने की भी धमकी दी थी। इसे लेकर केस दर्ज कर लिया गया है।इसके अलावा दिल्ली में AIIMS के रेजिडेंट डॉक्टरों ने स्वास्थ्य मंत्रालय के बाहर OPD लगाई।
उन्होंने डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए कहा- ट्रेनी डॉक्टर के परिवार को न्याय मिलना चाहिए।दरअसल, 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या की गई थी। 14 अगस्त की देर रात इसी अस्पताल में हिंसा हुई, जिसके बाद डॉक्टरों ने प्रदर्शन तेज किया।