अजब मामला: बाल झड़ने से डिप्रेशन में चली गयी शॉपिंग मॉल की मैनेजर, फांसी पर लटककर दे दी जान

By :  Aditya
Update: 2024-08-11 17:04 GMT

girl in depression: 20 साल की एक युवती अपने बाल झड़ने को लेकर इस कदर परेशान थी, कि युवती ने फांसी लगा कर जान दे दी। युवती का नाम श्रेया है। सहकर्मियों के मुताबिक श्रेया कई दिनों से बालों के झड़ने को लेकर परेशना थी। इसके लिए वो घरेलू नुस्खों से लेकर डॉक्टर को भी दिखाया, लेकिन बाल झड़ने की समस्या हल नहीं हुई। परिजनों को इस बात का एहसास ही नहीं हुआ कि युवती ने इसे इतनी गम्भीरता से लिया कि अपना जीवन ही समाप्त कर लिया।

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घटना वाराणसी की है। पुलिस ने बताया कि मूल रूप से बलिया के चितबड़ागांव की रहने वाली श्रेया सिंह वाराणसी में लालपुर स्थित प्रज्ञापूरी कॉलोनी में रहती थी। शुक्रवार को श्रेया घर पर अकेली थी। छोटा भाई किसी काम से बाहर गया था। जब वो लौट के आया तो उसने देखा कि बाहर का मेन दरवाजा खुला है।


अंदर जाने पर छोटे भाई ने खिड़की से देखा कि श्रेया पंखे से लटक रही है और अंदर का दरवाजा बन्द है।श्रेया के पिता धनोज सिंह लमही के लालपुर क्षेत्र में किराये के मकान पर रहते थे।

श्रेया के पिता और आसपास के लोगों ने बताया कि श्रेया बीते एक साल से सर के आगे के बाल कम होने की वजह से परेशान थी। हम लोग उसे डॉक्टर के पास भी ले के गए थे लेकिन बालों का झड़ना कम नहीं हुआ। श्रेया के पिता धनोज सिंह एक गुटखा कंपनी में काम करते थे। श्रेया ने बीते 25 को ही जॉब चेंज की थी।


स्थानीय मेगाशोप में फ्लोर मैनेजर के तौर पर काम शुरू किया था। श्रेया के साथ काम करने वालो ने भी बताया कि श्रेया अपने झड़ते बालो को लेकर परेशान थी। हादसे के बाद पिता शव ले कर अपने पैतृक निवास बलिया के चितबड़ागांव स्थित उसरौली गाँव अंतिम संस्कार के लिए चले गए।

मार्ट के मैनेजर पवन कुमार गुप्ता ने कहा - श्रेया सिंह का काम बहुत अच्छा था। पहले वो कहीं और काम करती थीं। 20 दिन पहले उसने हमारा मार्ट जॉइन किया। शुक्रवार सुबह बारिश हुई और वह दूर से आती थीं। उन्होंने मुझे मैसेज किया कि सर मेरे घर की तरफ बहुत कीचड़ है। मैं स्कूटी से आती हूं। बहुत मुश्किल हो जाएगी।

इसलिए नहीं आ पाऊंगी। मैंने उन्हें छुट्टी असाइन कर दी थी।पवन ने बताया- हम लोगों का मार्ट का एक ग्रुप बना हुआ है, जिसमें यह तय होता है कि आज किस प्रोडक्ट को ज्यादा सेल करना है। उस ग्रुप में श्रेया सिंह ने दोपहर 12 बजे तक के मैसेज सीन किए हैं। उसके बाद उन्होंने कोई मैसेज सीन नहीं किया। शाम को सुसाइड की जानकारी हुई तो हमें यकीन नहीं हुआ कि वही श्रेया हैं। हमने उसके मोबाइल पर कॉल किया तो ऑफ मिला।

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