अय्याश दारोगा की दुर्गति: आधी रात को रंगरेलियां मनाते पकड़ा, पहले नंगा कर पूरे गांव में घुमाया, फिर खंभे में बांधकर कर दी बेदम धुनाई
आगरा। युवती के साथ रंगरेलियां मना रहे दारोगा को पहले तो गांववालों ने धुन दिया और फिर नंगा करके पूरे गांव में घुमा दिया। बाद में बिजली के खंभे में बांधकर गांववालों ने बेदम पिटाई कर दिया। घटना का पूरा वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इधर वायरल वीडियो पर पुलिस कमिश्नर ने एक्शन लेते हुए सस्पेंड कर दिया है। वहीं FIR दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।
दारोगा का नाम संदीप कुमार बताया जा रहा है कि घटना रात 1 बजे की है। देर रात थाना बरहन में तैनात दारोगा संदीप कुमार युवती के गांव आया था। वहां ग्रामीणों ने उसे युवती संग आपत्तिजनक हालत में रंगे हाथ पकड़ लिया, उन्होंने संदीप कुमार को 2 घंटे तक बंधक बनाए रखा. इस दौरान उसकी जमकर पिटाई तो की ही गयी, गांववालों ने खूब दुर्गती भी बनायी। निर्वस्त्र कर दारोगा संदीप कुमार को बिजली के खंभे से बांध दिया। इससे पहले गांव की सड़क पर उसकी परेड कराई गई।
घटना की सूचना जब थाने को मिली तो पुलिसवालों के होश उड़ गए। आनन-फानन एसीपी एत्मादपुर सौरभ सिंह, इंस्पेक्टर एत्मादपुर विजय विक्रम सिंह फोर्स के साथ गांव पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद दारोगा को ग्रामीणों के चंगुल से मुक्त कराया. दारोगा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आरोप है कि अपनी हवस को पूरी करने के लिए 16 साल की एक लड़की को ब्लैकमेल (Girl Blackmail) कर उससे छेड़छाड़ करते थे. और इसी शर्मनाक हरकतों की वजह से ही नंगे बदन में इन दरोगा जी की कुटाई हो रही है. उस लड़की से वो अक्सर छेड़छाड़ करते थे और जब वो शिकायत करने की बात कहती थी तब दरोगा जी धमका देते थे. ये कहकर कि तुम्हारे पिताजी को फर्जी किसी केस में जेल भेज देंगे।
बस इस वजह से लड़की डर जाती थी और दरोगाजी की हर तरह के हवस को चुपचाप बर्दाश्त करने लगी थी. लेकिन गांववालों को जब ये शक हुआ कि दरोगा अक्सर रात में नशे में धुत होकर लड़की को परेशान कर रहा है तो उसे सबक सिखाने की ठान ली और फिर बिजली के खंबे से बांधकर ना सिर्फ उस दरोगा का नशा उतारा बल्कि जमकर पिटाई भी की. अब पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उस दरोगा को सस्पेंड कर दिया है. और मामले की जांच के आदेश दिए हैं। जिस गांव में युवती रहती थी उसी गांव की चौकी में दरोगा संदीप कुमार की तैनाती थी।
ग्रामीणों का आरोप है कि दो महीने से लगातार दरोगा गांव में आ रहा था. ग्रामीणों को उसकी हरकतों पर शक था. रविवार यानी 17 सितंबर की देर रात दरोगा अन्य पुलिसकर्मी के साथ गांव में पहुंचा था. उस समय वो दरोगा संदीप कुमार पूरी तरह से नशे में धुत था. वो गांव में आया और अपने साथी पुलिसकर्मियों को दूसरे एरिया में पैट्रोलिंग के लिए भेज दिया और खुद एक घर में जबरन घुस गया. इस बारे में पिछले काफी समय से गांववालों को शक हो गया था.
इसलिए जैसे ही दरोगा उस घर में जबरन घुसा उसके कुछ देर बाद ही गांव के लोग वहां पहुंचे और दरवाजा खुलवाने लगे. इसके बाद ग्रामीणों ने बलपूर्वक दरवाजा खोलकर अंदर चले गए और दरोगा को पकड़ लिया. कमरे में दरोगा बिना कपड़ों के था और उसके पास कई आपत्तिजनक सामान भी मिले. इसे देख गुसाएं ग्रामीणों ने दरोगा को बंधक बना लिया. उसके हाथ पैर रस्सी से बांध दिए. इसके बाद दरोगा की खूब पिटाई की गई.