झारखंड: “ध्यान रहे 'मुख्यमंत्री जी' यह "लहू"हिसाब लेगा”…बरसते पानी में भाजपा कर रही है प्रदेश भर में प्रदर्शन, उधर, भाजपा-झामुमो में आरोप-प्रत्यारोप जारी
रांची। प्रदर्शन के दौरान पुलिस की कार्रवाई पर भाजपा आज प्रदेश भर में प्रदर्शन कर रही है। युवा आक्रोश रैली के दौरान लाठीचार्ज, आंसूगैस के गोले छोड़ने का आरोप लगाते हुए भाजपा आज प्रदेश के सभी जिलों में एसपी कार्यालय और थानों के सामने पुतला दहन कर रही है। भाजपा का आरोप है कि पुलिस ने सरकार के इशारों पर शांतिप्रिय प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठियां बरसायी और लहूलूहान कर दिया। रांची में बारिश के बीच आज भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़क पर निकलकर प्रदर्शन किया और पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया।
दम है कितना दमन में तेरे,
— Amar Kumar Bauri (@amarbauri) August 24, 2024
देख लिया है देखेंगे।
कल जिस तरह से निहत्थे लोगों पर लाठियां बरसाई गई, बम फेके गए, लहू बहाया गया : ध्यान रहे 'मुख्यमंत्री जी' यह "लहू" 🩸 हिसाब लेगा और इस निकम्मी झामुमो-कांग्रेस सरकार को उखाड़ करके बंगाल की खाड़ी में फेंकेगा !#युवा_आक्रोश_रैली pic.twitter.com/z8gDq81ASD
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि जो लहू युवाओं का बहा है, वो लहू चुनाव में जरूर झामुमो-कांग्रेस से हिसाब लेगा। सोशल मीडिया हैंडल पर तस्वीर पोस्ट कर अमर बाउरी ने लिखा है कि, दम है कितना दमन में तेरे, देख लिया है देखेंगे। कल जिस तरह से निहत्थे लोगों पर लाठियां बरसाई गई, बम फेके गए, लहू बहाया गया : ध्यान रहे 'मुख्यमंत्री जी' यह "लहू"हिसाब लेगा और इस निकम्मी झामुमो-कांग्रेस सरकार को उखाड़ करके बंगाल की खाड़ी में फेंकेगा !
इधर इस पूरे मामले पर झामुमो और भाजपा आमने सामने हैं। जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा की ये फ्लॉप शो रहा. उन्होंने कहा कि कल (23 अगस्त) की घटना पर हम पुलिस प्रशासन की तारीफ करते हैं कि उन्होंने संयम बरता. वहीं सत्तारूढ़ जेएमएम ने इस प्रदर्शन को विफल बताया. उन्होंने कहा कि ये लोग सिर्फ 5 हजार की भीड़ जुटा पाए। इनके बड़े नेता मंच पर बैठे रहे और युवाओं को आगे कर दिया।
बता दें कि पुलिस ने भीड़ को कंट्रोल करने के लिए लाठीचार्ज किया. इसमें कई कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं. इस पर झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर जमकर जुबानी हमला बोला है. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन पूरी तरह से डरे हुए हैं, क्योंकि युवा अपना हक मांगने आए हैं. इसे रोकने के लिए हेमंत सोरेन द्वारा हर थाने को हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है।